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डसॉल्ट और रिलायंस के बीच समझौता, भारत में बनेंगे फाल्कन विमान

राफेल बनाने वाली फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट एविएशन और अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर के बीच पेरिस एयर शो में एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है।

Falcon jet.

भारत में होगा फाल्कन विमानों का उत्पादन। (Photo Credit: dassault-aviation.com)

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अब भारत में बिजनेस जेट विमानों का निर्णाण होगा। तीन साल में भारत में पहला जेट विमान बनाने का लक्ष्य है। फ्रांस की दिग्गज कंपनी डसॉल्ट एविएशन भारत में रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर के साथ मिलकर फाल्कन 2000 बिजनेस जेट विमानों का उत्पादन करेगी। कंपनी ने कहा कि 2028 के आखिरी तक भारत में पहला फाल्कन जेट विमान तैयार करने का लक्ष्य है। इसका इस्तेमाल कॉरपोरेट और सैन्य दोनों उद्देश्यों में किया जा सकेगा। बता दें कि डसॉल्ट कंपनी ही राफेल लड़ाकू विमान भी बनाती है। वहीं रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की सहायक कंपनी है। कंपनी का स्वामित्व अनिल अंबानी के पास है।

क्यों अहम है यह प्रोजेक्ट?

फाल्कन विमानों का उत्पादन अभी तक सिर्फ फ्रांस में होता है। यह इतिहास में पहली बार होगा कि डसॉल्ट कंपनी फ्रांस से बाहर इन विमानों का उत्पादन करेगी। महाराष्ट्र के नागपुर में रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर का कारखाना है। माना जाता है कि यही इन विमानों का निर्माण होगा। देश के भीतर फाल्कन के उत्पादन के साथ भारत एक्जीक्यूटिव बिजनेस जेट बनाने वाले चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो जाएगा। बुधवार को नई घोषणा के बाद रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में उछाल देखने को मिला है। 

 

 

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डसॉल्ट एविएशन और रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर के बीच हुआ यह समझौता ऐतिहासिक है, क्योंकि फाल्कन 2000 के उत्पादन के साथ ही भारत, अमेरिका, फ्रांस, कनाडा और ब्राजील जैसे देशों के विशिष्ट क्लब का हिस्सा बन जाएगा। यह क्लब अगली पीढ़ी के बिजनेस जेट का निर्माण करता है।

 

भारत में बनेगा पहला उत्कृष्टता केंद्र

डसॉल्ट और रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर के बीच डसॉल्ट रिलायंस एविएशन लिमिटेड (डीआरएएल) के नाम से पहले से ही एक संयुक्त उपक्रम है। इसके तहत फाल्कन जेट के कॉकपिट समेत अन्य पार्ट्स का निर्माण होता है। साल 2017 में डीआरएएल की स्थापना हुई। दोनों कंपनियों के बीच पेरिस एयर शो में भारत में पूरी तरह से फाल्कन 2000 विमान बनाने का समझौता हुआ। डसॉल्ट ने कहा कि डीआरएएल फ्रांस से बाहर फाल्कन के लिए पहला उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) बनाएगा। भारत में और अधिक इंजीनियरों की नियुक्ति का प्लान है।


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समझौते पर अनिल अंबानी ने क्या कहा?

डसॉल्ट एविएशन के चेयरमैन और सीईओ एरिक ट्रैपियर का है कि यह नया समझौता 'मेक इन इंडिया' प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और वैश्विक एयरोस्पेस आपूर्ति श्रृंखला में भारत को एक प्रमुख भागीदार के तौर पर मान्यता दिलाने में हमारे दृढ़ इरादे को दर्शाता है। अनिल अंबानी ने कहा कि यह सहयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड' के दृष्टिकोण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारत में फाल्कन बिजनेस जेट्स के निर्माण के लिए डसॉल्ट एविएशन के साथ हमारी साझेदारी देश, विमानन उद्योग और रिलायंस समूह के लिए एक निर्णायक क्षण है। 

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