ट्रंप के द्वारा टैरिफ लागू करने के फैसले के बाद पूरी दुनिया में हलचल मची हुई है। चीन से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक सबने इस पर प्रतिक्रिया दी है। इसी बीच मीडिया में खबरें आने लगीं की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगा सकते हैं, लेकिन अब व्हाइट हाउस की तरफ से इस पर स्पष्ट तरीके से कह दिया गया है कि यह फेक न्यूज है।
इससे पहले कुछ बड़े मीडिया संस्थानों के हवाले से कहा गया था कि व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति चीन को छोड़कर बाकी सभी देशों के लिए टैरिफ लागू करने पर 90 दिनों के लिए रोक लगाएंगे। इसके बाद अमेरिकी स्टॉक्स में बेहतरी दिखने लगी लेकिन तुरंत ही व्हाइट हाउस ने इस पर विराम लगा दिया और इसे अफवाह करार दे दिया।
यह भी पढ़ें: ट्रंप के टैरिफ से 'लाल' हुआ शेयर मार्केट, 3000 अंक टूटा सेंसेक्स
दूसरे देशों पर क्या बोले ट्रंप?
रिपोर्ट के बीच, डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया कि 'टैरिफ पहले से ही लागू हैं' और अमेरिका उन देशों से अरबों डॉलर अपने देश में लाएगा जिन्होंने वर्षों तक अमेरिका का 'फायदा उठाया' है। अपने पोस्ट में ट्रंप ने कहा, 'अमेरिका उन देशों से हर हफ़्ते अरबों डॉलर ला रहा है जो पहले से ही लागू टैरिफ का दुरुपयोग कर रहे हैं। यह इस तथ्य के बावजूद है कि उनमें से सबसे बड़ा दुरुपयोग करने वाला देश चीन है, जिसके बाजार गिर रहे हैं। चीन ने अपने टैरिफ में 34% की वृद्धि की है।'
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के पास कुछ ऐसा करने का मौका है जो 'दशकों पहले किया जाना चाहिए था'। बाद में एक पोस्ट में उन्होंने कहा, 'कमज़ोर मत बनो! मूर्ख मत बनो! मज़बूत, साहसी और धैर्यवान बनो, और महानता इसका परिणाम होगी!'
यह भी पढ़ेंः टैरिफ के चक्कर में डूबे लाखों-करोड़, ट्रम्प ने कहा- कहां है मंहगाई?
ढह गए थे बाजार
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 2 अप्रैल को पारस्परिक टैरिफ की घोषणा ने सोमवार को वैश्विक बाजारों को हिलाकर रख दिया। भारत के बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी ने लगभग एक साल में अपने सबसे खराब एक दिन के परफॉर्मेंस में से एक का सामना किया, वैश्विक बाजार में गिरावट के बीच 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। स्टॉक्स यूरोप 600 में 5.8 प्रतिशत की गिरावट आई, जर्मनी का DAX 6.6 प्रतिशत फिसला, OMX स्टॉकहोम 30 में 6.1 प्रतिशत की गिरावट आई, और जापान के निक्केई, हांगकांग के हैंग सेंग और कोरिया के KOSPI जैसे अन्य प्रमुख एशियाई सूचकांक 4 से 8 प्रतिशत तक गिर गए।
बाजारों में गिरावट के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति ने महंगाई को नकारते हुए कहा, 'तेल की कीमतें कम हो गई हैं, ब्याज दरें कम हो गई हैं, खाने-पीने की चीजों की कीमतें कम हो गई हैं, और कोई मंहगाई नहीं है।'