हमारी जिंदगी का एक अभिन्न हिस्सा बन चुके गूगल का आज 27वां जन्मदिन है। आज गूगल केवल एक सर्च इंजन ही नहीं बल्कि कई अन्य सुविधाएं भी देता है। आज कंपनी ऑनलाइन एडवरटाइजिंग, मेल सर्विस, स्ट्रीमिंग सर्विस और क्लाउड स्टोरेज के साथ-साथ एडवांस एआई टूल जैसे Gemini के लिए पॉपुलर है। गूगल के पास आपके लगभग हर सवाल का जवाब होता है। हर रोज आप और हम गूगल की मदद लेते हैं। हमारे फोन के कई फीचर गूगल की वजह से ही चलते हैं।
गूगल की स्थापना लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने की थी। दोनों ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने के दौरान इसकी शुरुआत की थी। सबसे पहले उन्होंने अपने सर्च इंजन की शुरुआत की थी। तब इसका नाम बैकरब था, बाद में इसे बदलकर गूगल किया गया था।
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1996 में लैरी पेज ने एक रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू किया जिसका नाम बैकरब रखा गया। इसमें स्कॉट हसन जैसे प्रोग्रामर की मदद ली गई थी। प्रोजेक्ट का फोकस वर्ल्ड वाइड वेब के लिंक स्ट्रक्चर पर था। पेज ने मार्च 1996 में एक वेब क्रॉलर बनाया, जो स्टैनफोर्ड के अपने होम पेज से शुरू हुआ। ब्रिन और पेज ने पेजरैंक एल्गोरिदम, जिसमें वेब पेजों को उनके बैकलिंक्स के आधार पर महत्तवता दी जाती थी। उस समय के सर्च इंजन सिर्फ कीवर्ड फ्रीक्वेंसी पर निर्भर थे और गूगल उन सभी से बेहतर था।
गूगल डूडल
गूगल ने आज अपने 27वें जन्मदिन के मौके पर डूडल (Google Doodle) तैयार किया है जो अलग ही रूप में नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर इस गूगल डूडल की चर्चा हो रही है। गूगल कुछ खास मौकों पर ही डूडल तैयार करता है। जन्मदिन के मौके पर गूगल ने जो डूडल तैयार किया है उसमें गल का नाम लिखा है जो थोड़ा हटकर लग रहा है।

गूगल ने पहला डूडल 1998 में पोस्ट किया गया था, जब संस्थापकों ने बर्निंग मैन उत्सव के मौके पर एक स्टिक फिगर लोगो लगाया था। उसके बाद से डूडल एनिमेशन, इंटरैक्टिव गेम्स और डिजाइन में खास मौके पर तैयार किया जाता है। इसमे महत्वपूर्ण उपलब्धियों, वैज्ञानिकों, कलाकारों और वैश्विक आयोजनों का जश्न मनाते हैं।
27 सितंबर को क्यों की जाती थी बात
लैरी और सर्गेई ने 4 सितंबर 1998 में गूगल के रूप में प्राइवेट कंपनी के तौर पर रजिस्टर किया था। उन्होंने गूगल का डोमेन 15 सितंबर 1997 को रजिस्टर किया था। दोनों ने यह डिसाइड किया कि कंपनी का बर्थ डे सेलेब्रेशन 27 सितंबर 1998 को मनाएगी।
गूगल की कुछ खास बातें
- 2022 में जारी एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि गूगल पर हर सेकंड 99,000 सर्च होते हैं। हर व्यक्ति औसतन दिन में लगभग चार बार गूगल का इस्तेमाल करता है।
- गूगल का सर्च इंजन कई भाषाओं में काम करता है। इसलिए गूगल का इस्तेमाल दुनियाभर में होता है। गूगल करीब 80 भाषाओं में काम करता है। इसमें हौसा, इग्बो, योरूबा, सोमाली, ज़ुलु, मंगोलियन, नेपाली, पंजाबी और माओरी को हाल ही में शामिल किया गया है।
- दुनियाभर में मौजूद सर्च इंजनों में गूगल की हिस्सेदारी 85 प्रतिशत है
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गूगल के मशहूर होने की वजह?
अमेरिका कंपनी Alphabet गूगल की मालिक है। मौजूदा समय में भारतीय मूल के सुंदर पिचाई कंपनी के सीईओ हैं। गूगल का क्लीन इंटरफेस और दूसरा बेहतरीन सर्च रिजल्ट इसकी सफलता के राज माने जाते हैं। लोग इन दोनों वजहों से बार-बार गूगल का इस्तेमाल करते हैं। इन्हीं दो बड़ी वजहों के कारण कंपनी को शुरुआत से ही अन्य सर्च इंजन की तुलना में ज्यादा फायदा मिला। इसके बाद जैसे-जैसे कंपनी को फंडिंग मिलती गई, कंपनी नए प्रोडक्ट्स और सर्विस को लॉन्च किए।
गूगल के टॉप 10 फीचर
- जेमिनी AI असिस्टेंट
- AI ओवरव्यूज
- पिक्सल 10 कैमरा
- इमेजन 4
- फ्लो AI फिल्ममेकिंग
- सिंथआईडी डिटेक्टर
- गूगल होम फेवरेट्स
- मटेरियल 3 एक्सप्रेसिव
- सेफ्टी चेक एक्सटेंशन
- टेंसर G5 चिप