इजरायल-हमास यु्द्ध से आए दिन लोगों के अपने परिवार से बिछड़ने की खबरें आती रहती हैं। इस युद्ध में लाखों लोग अपनों से बिछड़ चुके हैं। ऐसे माहौल में किसी का अपने प्रिय से मिल जाना उसके लिए किसी नए जीवन से कम नहीं है। इजरायल से एक दिल को छू लेने वाली खबर सामने आई है, जहां 18 महीने बाद एक कुत्ता अपने मालिक से मिला। 18 महीने पहले जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था तब यह कुत्ता अपने मालिक से अलग हो गया था। अब एक सैनिक की मदद से कुत्ता अपने मालिक से दोबारा से मिल पाया।
इजरायल में हमास हमले के दौरान एक कुत्ता अपने परिवार से अलग हो गया था। परिवार को लगा कि उसने कुत्ते को हमेशा के लिए खो दिया है लेकिन 18 महीने बाद कुत्ते को उसके परिवार के साथ वापिस से मिला दिया गया। एक सैनिक को यह कुत्ता मिला और उसने कुत्ते को उसके मालिक तक पहुंचाने का पहुंचा दिया। एक माइक्रोचिप की मदद से इस कुत्ते के मालिक का पता चला और इसे इसके मालिक तक पहुंचाया गया। इजरायल की मीडिया ने इस खबर को खूब चलाया क्योंकि युद्ध के इस दुखद समय में वहां एक कुत्ते का भी अपने परिवार से मिल जाना एक बड़ी बात है।
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कुत्ता गायब कैसे हुआ?
कुत्ते की मालकिन राहेल डैनसीग ने कभी नहीं सोचा था कि वह अपने कुत्ते को दोबारा देख पाएंगी क्योंकि वह 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल के किबुत्ज निरोज पर हमास के हमलों के दौरान लापता हो गया था। डैनसीग और उनका परिवार हमले से बचने के लिए 8 घंटे तक एक सुरक्षित कमरे में छिपा रहा। हमले के दौरान हालात ऐसे थे कि उनका ध्यान अपने पालतू कुत्ते पर नहीं गया। हमले के बाद डैनसीग और उसके परिवार ने कुत्ते को हर जगह ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला। परिवार ने सोचा की हमले में कुत्ता भी मर गया है। बाद में परिवार उत्तरी इजरायल में रहने चला गया।
रूथ डैनसीग की बेटी ली माओर को हाल ही में गाजा से लौटे एक सैनिक का फोन आया जिससे वह हैरान हो गई। सैनिक ने उन्हें बताया कि उनका कुत्ता अभी जिंदा है और वह आकर कुत्ते को ले जाएं। माओर ने मीडिया से बात करते हुए उस सिपाही के फोन आने की घटने को याद करते हुए कहा, 'उसने कहा कि उसके पास हमारा कुत्ता है। मुझे यकीन नहीं हुआ। मैंने एक फोटो मांगी। मैं वाकई उलझन में थी।' फोटो देखने के बाद ली माओर को यकीन हुआ की यह कुत्ता उनका ही है और उन्होंने यह खबर अपने परिवार को दी।
माइक्रोचिप की मदद से वापिस मिला कुत्ता
एक सैनिक ने खोए हुए कुत्ते को परिवार से मिलाने में मदद की और उसने परिवार को बताया कि उसे कुत्ता गाजा के दक्षिणी शहर राफा में मिला था, जो उनसे लगभग 15 किलोमीटर दूर था। वह कुत्ता उसकी सैनिक टुकड़ी के पास आया और उनके पास से नहीं गया। शायद कुत्ता इसलिए सैनिकों को छोड़ कर नहीं जा रहा था क्योंकि उसने उनके इजरायली होने की पहचान कर ली थी। सैनिक ने बताया, 'ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि बिली ने उन्हें हिब्रू बोलते हुए सुना था। ' सैनिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसे कुत्ता मलबे के बीच में मिला था। सैलिक ने कहा,'मैंने 'शालोम' कहा और वह मुझ पर कूद पड़ा।'
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सैनिक कुत्ते को एक पशु डॉक्टर के पास लेकर गया इलाज के दौरान डॉक्टर को कुत्ते के शरीर से एक माइक्रोचिप मिला। इस माइक्रोचिप से उसके परिवार का पता चला और सैनिक ने परिवार को संपर्क किया। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि कुत्ता युद्ध के इन हालातों में कैसे जिंदा रह गया और वह गाजा तक कैसे पहुंचा लेकिन इस मुश्किल समय में कुत्ते का मिल जाना परिवार के लिए एक बड़ी राहत है।
परिवार में दौड़ी खुश की लहर
अपने मालिक से मिलने के बाद कुत्ता बहुत खुश नजर आया और वह अपनी पूंछ हिलाता हुआ अपने परिवार पर प्यार बरसाने लगा। एक तस्वीर में कुत्ते को अपनी मालकिन से लिपटे हुए देखा गया। कुत्ते के मिल जाने से पूरा परिवार खुश है। कुत्ते की मालकिन डैनसीग ने कहा, 'वह घर आकर खुश लग रहा है।' उन्होंने यह भी कहा कि कुत्ता डरा हुआ लग रहा था और उसका वजन भी कम हो गया है। इजरायली मीडिया ने कुत्ते की वापसी की बड़े स्तर पर रिपोर्ट की लेकिन परिवार के लोगों ने कहा कि इस दर्द को याद रखें । परिवार ने इस मिलन को 'बहुत दुख में एक छोटी सी रोशनी' कहा है।