भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को एक बार फिर बेनकाब किया है। भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने और तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया। भारत की ओर से UN में फर्स्ट सेक्रेटरी पेटल गहलोत ने कहा कि शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में झूठ बोला है, उन्होंने अपनी आतंक परस्त छवि को ही पेश किया है।
पेटल गहलोत ने कहा, 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आतंकवाद का महिमामंडन किया है। यह पाकिस्तान की विदेश नीति का हिस्सा है। किसी भी स्तर का झूठ या नाटक तथ्यों को छिपा नहीं सकता।'
पेटल गहलोत ने कहा, 'बहावलपुर और मुरीदके में मारे गए आतंकियों की तस्वीरें सबूत हैं। पाकिस्तान आतंकियों की तारीफ करता है। 9 मई तक पाकिस्तान भारत पर और हमले की धमकी दे रहा था। 10 मई को उनकी सेना ने भारत से युद्ध रोकने की गुहार लगाई। भारत ने पाकिस्तान के अनुरोध पर जंग रोका था।'
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'आतंकियों के जनाजे में शामिल होती है सरकार'
पेटल गहलोत:-
एक तस्वीर हजार शब्दों को बयां करती है। हमने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर और मुरिदके में स्थित आतंकी ठिकानों को तबाह किया। भारतीय सेना ने जिन आतंकियों की मारा था उनकी तस्वीरें देखीं। जब पाकिस्तानी सेना और सरकार के सीनियर अधिकारी ऐसे खूंखार आतंकवादियों की खुलेआम तारीफ करते हैं, उनके जनाजे पर फातिया पढ़ते हैं तो सरकार की मंशा पर कोई शक नहीं रह जाता है। यह आतंक परस्त सरकार है।'
'लादेन को 10 साल छिपाए बैठा था पाकिस्तान'
पेटल गहलोत ने कहा, 'वह देश जो आतंकवाद को बढ़ावा देने और उसे फैलाने में लंबे समय से लिप्त रहा है, वह इस तरह के बेतुके तर्क देने में भी नहीं हिचकिचाता। याद कीजिए, उसने 10 साल तक ओसामा बिन लादेन को शरण दी, और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने का दिखावा भी किया। हाल ही में उसके मंत्रियों ने यह भी स्वीकार किया है कि वे दशकों से आतंकवादी शिविर चला रहे हैं। इसलिए, अगर अब प्रधानमंत्री स्तर पर भी ऐसे बयान आते हैं तो इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है।'
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'जंग रोकने के लिए गिड़गिड़ाया पाकिस्तान'
पेटल गहलोत ने कहा, 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के साथ तनाव के बारे में भी अजीब बातें कहीं। इस मामले में रिकॉर्ड साफ है। 9 मई तक पाकिस्तान भारत पर और हमले करने की धमकी दे रहा था। लेकिन 10 मई को सेना ने सीधे हमसे लड़ाई रोकने के लिए गिड़गिड़ा रही थी।'
'आतंकी संगठनों को बचाता है पाकिस्तान'
पेटल गहलोत ने कहा, 'पाकिस्तान ने 25 अप्रैल, 2025 को UN सुरक्षा परिषद में आतंकी संगठन 'द रेसिस्टेंस फ्रंट' को बचाने की कोशिश की। यह संगठन जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों के नरसंहार के लिए जिम्मेदार था। भारत ने 7 मई को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था।'
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शहबाज के दावों को बार-बार खारिज करता है भारत
शहबाज शरीफ ने यूएन में दावा किया था कि मई में 4 दिनों के संघर्ष में भारत को भीषण क्षति पहुंची थी, 7 जेट पाकिस्तान ने मार गिराए थे। भारतीय वायुसेना प्रमुख अमर प्रीत सिंह ने कहा था कि इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान के 5 लड़ाकू जेट और एक बड़े विमान को मार गिराया था।
शहबाज शरीफ ने कहा क्या था?
शहबाज शरीफ ने दावा किया था कि भारत ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ने तनाव में हार गया था। अमेरिका अगर दखल नहीं देता तो युद्ध के नतीजे विनाशकारी होते। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के लिए नोबल पुरस्कार भी मांगा है। उन्होंने कश्मीर का मुद्दा भी उठाया और कहा कि कश्मीर को आत्मनिर्णय का अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने यह दावा किया कि पाकिस्तान आतंकवाद का विरोध करता है लेकिन विदेशी ताकतें फंडिंग करती हैं और आतंकवाद से उसे ही नुकासन होता है। भारत ने कहा कि ट्रंप की दखल से ही नहीं, पाकिस्तान के अनुरोध पर भारत ने सीज फायर किया था।