भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के एक कर्मचारी को निकाला तो पाकिस्तान ने भी भारतीय उच्चायोग की एक कर्मचारी को निकाल दिया। आठ दिन में यह दूसरी बार है जब भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के कर्मचारियों को निकाल दिया है। इससे पहले 13 मई को भारत ने नई दिल्ली में बने पाकिस्तानी उच्चायोग के एक कर्मचारी को बाहर निकाला था, जिसके बाद पाकिस्तान ने भी इस्लामाबाद के भारतीय उच्चायोग में काम करने वाले एक कर्मचारी को निकाल दिया था।
24 घंटे में छोड़ना होगा देश
मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया, 'पाकिस्तानी उच्चायोग के एक कर्मचारी के एक कर्मचारी को इसलिए 'अवांछित व्यक्ति' यानी 'पर्सोना नॉन ग्राटा' घोषित कर दिया है, क्योंकि वह ऐसी गतिविधियों में शामिल था, जिसके लिए वह अधिकृत नहीं था।' विदेश मंत्रालय ने बताया था कि उस कर्मचारी को 24 घंटे में भारत छोड़ने को कहा गया है।
इसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी ठीक ऐसा ही कदम उठाया। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारतीय उच्चायोग के एक कर्मचारी को 'पर्सोना नॉन ग्राटा' घोषित किया गया है और उसे 24 घंटे के भीतर पाकिस्तान छोड़ने का आदेश दिया गया है।
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क्या होता है पर्सोना नॉन ग्राटा
अगर किसी विदेशी राजनयिक को 'पर्सोना नॉन ग्राटा' घोषित किया जाता है तो उसे 24 घंटे के भीतर उस देश को छोड़ना पड़ता है। यह किसी विदेशी राजनयिक के खिलाफ सबसे सख्त और गंभीर कार्रवाई होती है।
भारत ने दिया आपत्ति पत्र
हालांकि, भारत और पाकिस्तान, दोनों ने ही उच्चायोग से बाहर निकाले गए कर्मचारी पर कोई खास आरोप नहीं लगाया है। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक पाकिस्तानी उच्चायोग को एक आपत्ति पत्र भी दिया है, जिसमें हिदायत दी गई है कि भारत में काम करने वाले कोई भी पाकिस्तानी राजनयिक या अधिकारी किसी भी तरह से अपने विशेषाधिकारों का दुरुपयोग न करें।
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भारत-पाकिस्तान तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तब बढ़ गया था, जब ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाकर पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सैन्य ठिकानों और नागरिकों पर हमला करने की कोशिश की थी। भारतीय सेना ने पहलगाम अटैक का बदला लेते हुए 7 मई की रात को पाकिस्तान और PoK में बने 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसी से पाकिस्तान बौखला गया था।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की सेना ने भारत पर हमला करने की कोशिश की लेकिन भारतीय सेना ने उसके हर हमले को नाकाम कर दिया। आखिरकार 10 मई को दोनों के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई।