• NEW DELHI 07 Dec 2024, (अपडेटेड 07 Dec 2024, 8:31 AM IST)
भारत के विदेश मंत्रालय ने अडवाइजरी जारी करके कहा है कि जो भारतीय सीरिया में हैं वे तुरंत ही वहां से निकल जाएं। एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल, Photo: MEA
सीरिया में शुरू हुए नए संकट के बीच भारत ने वहां रह रहे अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे तुरंत सीरिया छोड़ दें। साथ ही, यह भी कहा गया है कि भारत के नागरिक अगले नोटिस तक सीरिया की यात्रा करने से बचें। सीरिया में जारी विद्रोह के बीच भारत का यह कदम बेहद अहम माना जा रहा है। दूसरी तरफ, सीरिया में विद्रोह कर रहे प्रतिबंधित गुटों ने अलेप्पो के बाद हामा पर भी कब्जा कर लिया है और बसर अल असद की अगुवाई वाली सीरियाई सेना लगातार पीछे हटती जा रही है। अगर ऐसा ही जारी रहा तो जल्द ही सीरिया की दशा और दिशा दोनों ही बदल सकती है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने एक अडवाइजरी जारी करके अपने नागरिकों से कहा है कि वे तुरंत सीरिया छोड़ दें। इस अडवाइजरी में लिखा गया है, 'सीरिया में बन रही मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अगले नोटिस तक सीरिया की यात्रा करने से बचें। फिलहाल सीरिया में रह रहे नागरिकों से अपील की जाती है कि वे दमस्कस में मौजूद भारतीय दूतावास से संपर्क करें। वे दूतावास के हेल्पलाइन नंबर +963 993385973 (वॉट्सऐप पर भी) पर या ईमेल आईडी hoc.damascus#mea.gov.in पर अपडेट्स के लिए संपर्क करें।'
मंत्रालय की ओर से जारी अडवाइजरी में आगे लिखा गया है, 'जो लोग सीरिया से निकल सकते हैं वे जल्द से जल्द फ्लाइट लेकर वहां से निकल जाएं। अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें कि आपका मूवमेंट कम से कम हो।'
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, सीरिया की मौजूदा बसर-अल-असद सरकार के खिलाफ विद्रोह हो गया है और इस विद्रोह के चलते 27 नवंबर से अब तक लगभग 3.7 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। यह विद्रोह प्रतिबंधित गुट तहरीर-अल शाम यानी HTC की ओर से हो रहा है। अलेप्पो और हामा पर कब्जे के बाद इन विद्रोहियों का कहना है कि वे असद को सत्ता से बेदखल करेंगे और दमस्कस पर भी कब्जा करेंगे।
बता दें कि सीरिया में पिछले 14 साल से सिविल वार चल रही है। एक समय पर बसर-अल-असद की अगुवाई में ही सीरियाई सरकार ने इन विद्रोहियों को अलेप्पो से खदेड़ दिया था लेकिन अब ये लौट आए हैं और मामला सीरिया के हाथ से निकलता दिख रहा है। इन विद्रोही गुटों को तुर्की की ओर से भी समर्थन मिल रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को बताया, 'हम सीरिया के उत्तर में हो रही इस जंग पर नजर रख रहे हैं। सीरिया में लगभग 90 भारतीय हैं, जिसमें 14 लोग संयुक्त राष्ट्र की संस्थाओं के लिए काम कर रहे हैं। हमारे अधिकारी उन लोगों के संपर्क में हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।'