अफ्रीकी देश नामीबिया के इतिहास में पहली बार किसी महिला ने राष्ट्रपति पद संभाला है। 72 वर्षीय नंदी-नदैतवा वर्तमान में देश की उपराष्ट्रपति हैं। नामीबिया की सत्तारूढ़ SWAPO पार्टी से ताल्लुक रखने वाली नंदी को राष्ट्रपति पद की दौड़ में लगभग 57 प्रतिशत वैध वोट हासिल हुए।
3 दिसंबर को चुनाव के आधिकारिक नतीजे घोषित किए गए थे जिसमें नंदी ने पैट्रियट्स फॉर रेंज पार्टी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी पांडुलेनी इटुला को हराया। इटुला को केवल 26 फीसदी वोट ही हासिल हुए। बता दें कि नंदी-नदैतवा की जीत से SWAPO की सत्ता में 34 साल का विस्तार होगा।
SWAPO की जीत अनिश्चित थी...
राष्ट्रपति निर्वाचित घोषित होने के बाद नंदी-नदैतवा ने कहा, 'नामीबियाई राष्ट्र ने शांति और स्थिरता के लिए मतदान किया है।' नंदी 1960 के दशक में SWAPO में शामिल हुईं थीं। इस दौरान उन्होंने विदेश मंत्री सहित अनेक वरिष्ठ पदों पर कार्य किया। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना था कि बेरोजगारी और असमानता के उच्च स्तर से बढ़ती निराशा के कारण SWAPO की जीत अनिश्चित थी लेकिन राष्ट्रीय मुक्ति संघर्ष के कारण पार्टी ने ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत जड़ें और वृद्ध मतदाताओं के बीच वफादारी बरकरार रखी।
कौन हैं नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह?
अफ्रीकी देश नामीबिया की पहली महिला राष्ट्रति बनने वाली नंदी का जन्म 29 अक्तूबर, 1952 में दक्षिण पश्चिम अफ्रीका में हुआ था। उनके पिता एक एंग्लिकन पादरी थे। नंदी ने अपना एजुकेशन ओडिबो में सेंट मैरी मिशन से पूरी की हैं। 1976 से 1978 तक जाम्बिया में नंदी SWAPO की उप-प्रतिनिधि रही।
वहीं, 1978 से 1980 तक उन्होंने जाम्बिया में मुख्य प्रतिनिधि का पद भी ग्रहण किया। इसके बाद 1980 से 1986 तक, वह पूर्वी अफ्रीका में SWAPO की मुख्य प्रतिनिधि थीं, जिसका मुख्यालय दार एस सलाम में था। वह 1976 से 1986 तक SWAPO केंद्रीय समिति की सदस्य और 1991 से 1994 तक नामीबियाई राष्ट्रीय महिला संगठन (NANAWO) की अध्यक्ष भी रही।