पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित किया। 7 मई की रात को पाकिस्तान-PoK में 100 किलोमीटर तक घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद भारतीय सेनाओं ने गुरुवार को दुश्मन देश के अंदर ड्रोन और मिसाइलों से हमले करके छक्के छुड़ा दिए हैं। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बड़ा बयान दिया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच नवाज शरीफ ने अपने भाई, वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को बढ़ते संघर्ष को कम करने के लिए कूटनीतिक कदम उठाने की जरूरत पर जोर दिया है।
यह भी पढ़ें: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच जानिए दुनिया के ताकतवर देश किसके साथ?
लंदन से पाकिस्तान लौटे नवाज
दरअसल, सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद नवाज शरीफ अपने भाई प्रधानमंत्री शहबाज की मदद करने के लिए लंदन से पाकिस्तान लौट आए हैं। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, शहबाज शरीफ ने पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज को सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी दी थी, इसके बाद पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ ने शहबाज शरीफ को भारत के साथ कूटनीतिक रूप से तनाव कम करने की सलाह दी थी।
शांति के लिए संसाधनों का इस्तेमाल करे पाक
रिपोर्ट में कहा गया है कि नवाज शरीफ चाहते थे कि पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार परमाणु से लैस भारत-पाकिस्तान के बीच शांति बहाल करने के लिए सभी उपलब्ध राजनयिक संसाधनों का इस्तेमाल करे। इसमें कहा गया है कि नवाज शरीफ भारत के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने के इच्छुक नहीं हैं।
यह भी पढ़ें: बलूचिस्तान और PoK अलग हो गए तो? पाकिस्तान को कितना होगा नुकसान
बेहतर संबंधों के महत्व पर जोर दिया
इससे पहले नवाज शरीफ ने साल 2023 में भारत के साथ बेहतर संबंधों के महत्व पर जोर दिया था। उस समय उन्होंने कहा था कि 1999 में उनकी सरकार को इसलिए हटा दिया गया था क्योंकि उन्होंने कारगिल युद्ध का विरोध किया था।
वहीं, द न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक, नवाज शरीफ ने कहा था कि पीएमएल-एन ने देश में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन हमेशा सत्ता से बाहर कर दिया गया। नवाज ने कहा था, 'मैं जानना चाहता हूं कि 1993 और 1999 में मेरी सरकारों को क्यों उखाड़ फेंका गया। क्या ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि हमने कारगिल युद्ध का विरोध किया था।'