बांग्लादेश और पाकिस्तान करीब आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की एक हाईलेवल टीम बांग्लादेश पहुंची है। इसमें मेजर जनरल शाहिद अमीर भी शामिल हैं। मेजर शाहिद चीन में पाकिस्तान के मिलिट्री डिप्लोमेट रह चुके हैं। ISI की टीम का ढाका दौरा तब हुआ है, जब कुछ ही दिन पहले बांग्लादेश आर्म्ड फोर्सेस के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल कमर-अल-हसन इस्लामाबाद के दौरे पर गए थे।
डेलिगेशन में ISI चीफ भी शामिल?
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ढाका पहुंची हाईलेवल टीम में ISI चीफ लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक भी शामिल हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है। अगर ऐसा होता है तो बांग्लादेश के 54 साल के इतिहास में ISI चीफ का ये पहला ढाका दौरा होगा। ISI की टीम का ये दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब बॉर्डर फेंसिंग को लेकर भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव चल रहा है।
3 दिन ढाका में रहेगी ISI टीम
बांग्लादेश पहुंची ISI की हाईलेवल टीम 3 दिन तक ढाका में रहेगी। टीम 21 जनवरी को ढाका पहुंच गई है और 24 जनवरी तक यहां रहेगी। ऐसा देखने को शायद पहली बार ही मिल रहा है जब बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच इतनी करीबियां बढ़ रहीं हैं।
विदेश मंत्री भी आएंगे बांग्लादेश
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार भी अगले महीने बांग्लादेश के दौरे पर जाएंगे। उन्होंने खुद इसका ऐलान किया था। इशाक डार ने बताया था कि वो 3 से 5 फरवरी तक मलेशिया के दौरे पर रहेंगे और वहां से लौटने के बाद बांग्लादेश जाएंगे। हालांकि, अभी तारीख पक्की नहीं हुई है। इसके साथ ही अभी तक दौरे के एजेंडे के बारे में भी कोई जानकारी सामने नहीं है। इशाक डार ने बांग्लादेश को 'बिछड़ा भाई' तक बताया था। डार ने कहा था, 'बांग्लादेश एक बिछड़े भाई की तरह है। हमारा मकसद आर्थिक और व्यापार सहयोग को मजबूत करना है।'
युनूस भी आएंगे पाकिस्तान
इशाक डार के बांग्लादेश दौरे के बाद मोहम्मद युनूस भी पाकिस्तान की यात्रा करेंगे। पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पुष्टि की है कि मोहम्मद युनूस ने पाकिस्तान के न्योते को स्वीकार लिया है और वो जल्द ही यहां का दौरा करेंगे।
रिश्ते सुधारने की कोशिश
पाकिस्तान और बांग्लादेश रिश्ते सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ महीनों पहले ही मिस्र की राजधानी कायरो में D-8 समिट के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद युनूस की मुलाकात भी हुई थी।
इस मुलाकात के दौरान शहबाज शरीफ ने कहा था कि उन्हें अपने भाई बांग्लादेश के साथ संबंधों के मजबूत होने की उम्मीद है। हालांकि, युनूस ने पाकिस्तान को 1971 के मुद्दे सुलझाने को कहा था।
हाल के समय में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जो दिखाती हैं कि दोनों देशों के रिश्ते पटरी पर लौट रहे हैं। नवंबर में कराची से कार्गो जहाज सीधे बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पहुंचा था। इसके अलावा बांग्लादेश ने भी पाकिस्तान से सीधी उड़ान फिर से शुरू करने का ऐलान किया है।
हालांकि, बांग्लादेशी अखबार द बिजनेस स्टैंडर्ड ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बांग्लादेश चाहता है कि पाकिस्तान 1971 में किए गए अत्याचारों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।