पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों ने हाईजैक की गई ट्रेन के सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया है। पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी ने बताया कि 346 बंधकों को बचा लिया गया, जबकि ऑपरेशन के दौरान 30 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए हैं। हमले में 28 सैनिक भी शहीद हुए हैं।
ऑपरेशन खत्म होने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'पूरा देश इस कायरतापूर्ण कृत्य से गहरे सदमे में है।'
'शांति के संकल्प को हिला नहीं पाएंगी ऐसे घटनाएं'
उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री सरफराज बुगती से बात की, जिन्होंने मुझे जाफर एक्सप्रेस पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले के नवीनतम घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी। पूरा देश इस कायरतापूर्ण कृत्य से गहरे सदमे में है और निर्दोष लोगों की जान जाने से दुखी है - इस तरह की कायरतापूर्ण हरकतें पाकिस्तान के शांति के संकल्प को हिला नहीं पाएंगी।'
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, 'मैं शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। अल्लाह उन्हें जन्नत में सर्वोच्च स्थान दे और घायलों को शीघ्र स्वस्थ होने की कृपा करे। दर्जनों आतंकवादियों को जहन्नुम भेजा गया है।'
बलूच उग्रवादियों ने मंगलवार को एक सुरंग में हमला करके ट्रेन पर कब्जा कर लिया था। अधिकारियों ने बताया कि नौ डिब्बों में लगभग 400 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी। इसी समय उग्रवादियों ने विस्फोटकों का इस्तेमाल कर ट्रेन को बेपटरी कर दिया और उस पर कब्जा कर लिया। 'बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी'ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
30 घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया
अधिकारियों ने बताया कि आत्मघाती जैकेट पहने कुछ उग्रवादियों ने महिलाओं और बच्चों को इकट्ठा करके उन्हें अपने पास बैठने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने बताया कि आत्मघाती हमलावरों के साथ महिलाओं और बच्चों की मौजूदगी की वजह से अभियान को बेहद सावधानी से अंजाम दिया गया। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि बचाव अभियान में अब तक 30 उग्रवादी मारे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, घायल हुए करीब 30 लोगों को अस्पताल भेजा गया है।
ड्राइवर समेत आठ सुरक्षाकर्मी मारे गए
अभियान के दौरान ट्रेन के मुख्य इंजन में सवार दो ड्राइवर और आठ सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं। यह पहली बार है जब बलूचिस्तान प्रांत में बीएलए या किसी भी उग्रवादी संगठन ने यात्री ट्रेन को हाइजैक किया है, हालांकि पिछले साल उन्होंने प्रांत के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों, प्रतिष्ठानों और विदेशियों पर हमले बढ़ा दिए थे। अब तक स्पष्ट नहीं है कि हमले में कितने उग्रवादी शामिल हैं लेकिन उनमें से कुछ अपने आकाओं के संपर्क में रहने के लिए सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
रेलवे ने इमरजेंसी डेस्क बनाया
इस बीच, पाकिस्तान रेलवे ने पेशावर और क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक इमरजेंसी डेस्क बनाया है ताकि जो हाईजैक किए गए हैं, उनके रिश्तेदार अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी ले सकें। पाकिस्तान रेलवे ने डेढ़ महीने से ज्यादा समय के निलंबन के बाद क्वेटा से पेशावर के लिए ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू की थी।