थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित 6वें BIMSTEC शिखर सम्मेलन में भारत ने UPI, ऊर्जा, व्यापार और स्थानीय मुद्रा के बढ़ावे पर जोर देने की वकालत की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि यह समावेशी विकास और सामूहिक सुरक्षा का मॉडल है, इसलिए किसी क्षेत्रीय संगठन से कहीं ज्यादा यह महत्वपूर्ण है। उन्होंने 20 से ज्यादा नए क्षेत्रों में BIMSTEC देशों को आगे बढ़ने का सुझाव दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सुरक्षा, संपर्क, व्यापार, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और सांस्कृतिक सहयोग जैसे क्षेत्रों में 20 से ज्यादा नए पहलों पर ये देश विचार करें। पीएम मोदी ने कहा कि BIMSTEC की भूमिका दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच एक बुल की तरह है, जिसके जरिए क्षेत्रीय संपर्क, सहयोग और साझा समृद्धि को बढ़ाने का एक शक्तिशाली मंच तैयार हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि BIMSTEC चार्टर और कन्वेंशन में अपने गए 'बैंकॉक विजन 2030' को सामूहिक प्रतिबद्धता का का प्रतीक कहा है। पीएम मोदी ने सहयोगी देशों को 'सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास' का मंत्र दिया है, उन्होंने कहा है कि आपसी एकता और भरोसे को मजबूत करने की जरूरत है।
यह भी पढ़ें: 7 देश, 5 ट्रिलियन डॉलर की GDP, समझिए BIMSTEC की पूरी कहानी
BIMSTEC की अहम बातें, जिन्हें जानना जरूरी है-
ड्रग, टेररिज्म और साइबर क्राइम पर समझौता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्रियों के मैकेनिज्म को बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इसका मकसद साइबर क्राइम, आतंकवाद, ड्रग और मानव तस्करी जैसी चुनौतियों से निपटने में मदद करेगा। भारत इसकी पहली बैठक की मेजबानी करेगा। क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत है।
UPI, एनर्जी और साझा ट्रेड पर साथ आने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BIMSTEC देशों को सुझाव दिया है कि भौतिकी, डिजिटलाइजेशन और एनर्जी पर देश जोर दें। पीएम मदी ने भारत के UPI को बिम्सटेक देशों के पेमेंट सिस्टम से जोड़ने का प्रस्ताव दिया है। पीएम मोदी का तर्क है कि इससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
BIMSTEC चैंबर ऑफ कॉमर्स की स्थापना
पीएम मोदी ने सुझाव दिया है कि व्यापार के लिए बिम्सटेक चैंबर ऑफ कॉमर्स बने और सालाना बिजनेस समिट आयोजित किए जाएं। पीएम मोदी ने कहा कि BIMSTEC देश, स्थानीय मुद्राओं में व्यापार करें। उन्होंने समुद्री सुरक्षा के लिए सस्टेनेबल मैरीटाइम ट्रांसपोर्ट सेंटर और आपदा प्रबंधन के लिए भारत में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना का प्रस्ताव दिया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में कैंसर ट्रीटमेंट और पारंपरिक चिकित्सा के लिए सहयोग देने का वादा किया गया है। पीएम ने कहा है कि भारत कृषि क्षेत्र में अपनी उपलब्धियां साझा करने के लिए तैयार है।
यह भी पढ़ें: मजबूरी भी, जरूरत भी; भारत और श्रीलंका को एक-दूसरे का साथ जरूरी क्यों?
BIMSTEC देशों के छात्रों के लिए ट्रेनिंग और स्कॉलरशिप
पीएम मोदी ने कहा है कि BIMSTEC देशों के छात्रों के लिए स्कॉलरशिप और ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। उन्होंने युवाओं के लिए 'बोधि' पहल के तहत 300 युवाओं को प्रशिक्षण, नालंदा विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति और सांस्कृतिक जानकारियों को साझा करने का ऐलान किया है। साल 2027 में BIMSTEC गेम्स होंगे, जिसकी मेजबानी भारत करेगा।
BIMSTEC क्या है?
BIMSTEC का मतलब, बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन है। यह एक क्षेत्रीय संगठन है, जिसकी स्थापना बंगाल की खाड़ी के आसपास के देशों के बीच आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए हुई है। बिम्सटेक की स्थापना 6 जून, 1997 को हुई थी। बैंकॉक डिक्लियरेशन के साथ इसकी औपचारिक शुरुआत हुई थी, तब इसमें बांग्लादेश, भारत, श्रीलंका और थाईलैंड शामिल थे। तब तक इसे BIST-EC कहा जाता था। साल 1997 में म्यांमार इसके साथ जुड़ा। साल 2004 में नेपाल और भूटान के शामिल होने के बाद इसका नाम BIMSTEC किया गया।
मकसद क्या है?
- क्षेत्रीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना
- ट्रांसपोर्ट और कम्युनिकेशन को बेहतर करना
- ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और पर्यटन में सहयोग बढ़ाना
- गरीबी उन्मूलन और डेवलेपमेंट पर जोर
- सुरक्षा और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करना