प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तीन देशों की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। चार दिन में पीएम मोदी जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान की यात्रा करेंगे। पीएम मोदी सबसे पहले 15 औप 16 दिसंबर को जॉर्डन की यात्रा पर रहेंगे। इसके बाद 16-17 सितंबर को इथियोपिया और फिर 17-18 दिसंबर को ओमान की यात्रा करेंगे।
तीनों देशों की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री कई हाई लेवल मीटिंग करेंगे। इस दौरान भारत के इनके साथ कई अहम समझौते भी हो सकते हैं।
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क्यों जा रहे हैं पीएम मोदी?
- जॉर्डन: पीएम मोदी की यात्रा का पहला पड़ाव जॉर्डन ही है। भारत और जॉर्डन के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं। पीएम मोदी और जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन की मुलाकात होगी।
- इथियोपिया: प्रधानमंत्री डॉ. अबीय अहमद अली के न्योते पर पीएम मोदी इथियोपिया जा रहे हैं। यह उनकी इथियोपिया की पहली यात्रा है। इस दौरान पीएम मोदी और डॉ. अबीय अहमद अली के बीच मुलाकात होगी।
- ओमान: दोनों देशों के राजनयिक संबंधों के 70 साल पूरे होने पर पीएम मोदी की यात्रा हो रही है। ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक के न्योते पर पीएम मोदी जा रहे हैं। यह उनकी दूसरी ओमान यात्रा है।
तीनों देशों से कैसे हैं रिश्ते?
- जॉर्डन: भारत और जॉर्डन के बीच 1950 से राजनयिक संबंध हैं। फरवरी 2018 में फिलिस्तीन जाते समय कुछ समय के लिए प्रधानमंत्री मोदी जॉर्डन में रुके थे। इसके बाद 27 फरवरी 2018 के जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला II ने भारत की यात्रा की थी। अब पीएम मोदी पहली बार जॉर्डन की आधिकारिक यात्रा पर हैं। कुछ सालों में जॉर्डन, भारत का सबसे अहम कारोबारी साझीदारों में से एक बनकर उभरा है। 2024-25 में दोनों के बीच 22,537 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। इसमें 6,392 करोड़ का एक्सपोर्ट और 16,144 करोड़ का इम्पोर्ट हुआ था। भारत की ओर से मिनरल, मिनरल ऑइल, अनाज, मांस, केमिकल, फार्मा कॉफी-चाय, मसाले और मशीनरी जैसी चीजों का एक्सपोर्ट होता है। वहीं जॉर्डन से भारत केमिकल, फर्टिलाइजर, फॉस्फेट, प्लास्टरिंग मटेरियल और सीमेंट खरीदता है।
- इथियोपिया: दोनों के बीच 1948 से राजनयिक संबंध हैं। हालांकि, दोनों के रिश्तों का इतिहास 2 हजार साल पुराना है। समुद्री कनेक्टिविटी के लिए इथियोपिया जरूरी है। 'ग्लोबल साउथ' का बड़ा चेहरा इथियोपिया ही है। पीएम मोदी पहली बार इथियोपिया की यात्रा पर जा रहे हैं। हालांकि, भारत और इथियोपिया के बीच बहुत कम कारोबार होता है। 2024-25 में दोनों के बीच 4,663 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। इसमें 4,042 करोड़ का एक्सपोर्ट और 621 करोड़ का इम्पोर्ट हुआ था। भारत की ओर से फार्मा, मशीनरी, लोहा, स्टील, केमिकल, प्लास्टिक का सामान, अनाज और एल्युमिनियम जैसी चीजों की एक्सपोर्ट होता है। ओमान से भारत को अनाज, दाल, सब्जियां, मसाले और चमड़ा मिलता है।
- ओमान: भारत और ओमान के रिश्ते 5 हजार साल पुराने हैं। दोनों के बीच 1955 में राजनयिक रिश्ते बने थे। पश्चिमी एशिया में ओमान अहम साझीदार है। नवंबर 2008 के बाद से दोनों के रिश्ते और ज्यादा मजबूत हुए हैं। फरवरी 2018 के बाद पीएम मोदी की यह दूसरी ओमान यात्रा है। 2024-25 में भारत और ओमान के बीच 89,794 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। इसमें 34,395 करोड़ का एक्सपोर्ट और 55,398 करोड़ का इम्पोर्ट हुआ था। भारत की तरफ से ओमान को एल्युमिनियम ऑक्साइड, चावल, मशीनरी, मैकेनिकल अप्लाइंसेस, एयरक्राफ्ट से जुड़े पार्ट्स जैसी चीजों का एक्सपोर्ट होता है। वहीं, ओमान से भारत LNG, यूरिया, सल्फर, प्लास्टरिंग मटैरियल और लोहा जैसी चीजें खरीदता है।
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तीनों में कितने भारतीय रहते है?
दूतावास के मुताबिक, जॉर्डन में सिर्फ 167 भारतीय ही ऐसे हैं जिनके पास स्थायी निवास है। जॉर्डन में लगभग 17,500 अप्रवासी भारतीय भी हैं। इथियोपिया में सिर्फ 90 भारतीय ही हैं।
जॉर्डन में रहने वाले भारतीयों के मालिकाना हक वाली कंपनियों ने जॉर्डन 50 करोड़ डॉलर का इन्वेस्टमेंट किया है। भारत ने भी जॉर्डन में 1.5 अरब डॉलर का निवेश का एलान किया है।
इन तीनों देशों में सबसे ज्यादा भारतीय ओमान में ही हैं। ओमान में 6.76 लाख से ज्यादा भारतीय हैं। इनमें से कुछ भारतीय तो ऐसे हैं जो 150-200 सालों से ओान में बसे हैं।