दुनिया में जहां भारत व चीन जैसे देश जनसंख्या की अधिकता से परेशान हैं वहीं यूरोप के तमाम देश व ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड जैसे देश जनसंख्या बढ़ाने को लेकर तमाम तरह की नीतियां बना रहे हैं। लेकिन रूस इस दिशा में एक ऐसा कदम उठाने के बारे में सोच रहा है जिसने सभी को चौंका दिया है। दरअसल, रूस जनसंख्या बढ़ाने के लिए ‘सेक्स मंत्रालय’ बनाने पर विचार कर रहा है ताकि लोगों में घटती यौन इच्छाओं को बढ़ाया करके जनसंख्या को बढ़ाया जा सके।
व्लादिमीर पुतिन की करीबी मानी जाने वाली और रूसी संसद की परिवार संरक्षण, पितृत्व, मातृत्व और बाल्यावस्था समिति की चेयर वूमन, 68 साल की नीना ओस्टानिया देश की घटती जन्म दर से निपटने के लिए ऐसे मंत्रालय की वकालत करने वाली याचिका की समीक्षा कर रही हैं।
यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब यूक्रेन से युद्ध के चलते जनसंख्या को हुए भारी नुकसान हुआ है। रूसी अधिकारी जनसंख्या को बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
क्या-क्या हैं प्रस्ताव
जनसंख्या बढ़ाने के लिए कुछ खास तरह के कदम उठाने पर विचार हो रहा है। जिसमें एक प्रस्ताव यह है कि रात के 10 बजे से लेकर सुबह के 2 बजे तक इंटरनेट और बत्तियां बंद कर दी जाएं ताकि लोगों पति-पत्नी एक दूसरे के साथ समय बिता सकें।
एक और विचार यह है कि राज्य घर पर रहने वाली माताओं को घर के काम के लिए भुगतान करें, जिससे उनकी पेंशन की गणना में इस आय का योगदान हो। सरकार को रिश्तों को बढ़ावा देने के लिए पहली डेट के लिए 5,000 रूबल तक का फंड देने का भी सुझाव दिया गया है।
एक अन्य प्रस्ताव में, प्रेग्नेंसी को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा 26,300 रूबल यानी 22,741 रुपये तक के वेडिंग-नाइट होटल का खर्च उठाने का प्रस्ताव रखा गया है।
यहां तक कि क्षेत्रीय स्वास्थ्य मंत्री येवगेनी शेस्तोपालोव ने तो यह भी सुझाव दिया था कि रूसियों को काम के दौरान कॉफी और लंच ब्रेक का उपयोग 'प्रजनन' के लिए करना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि "आप ब्रेक के दौरान प्रजनन कर सकते हैं, क्योंकि जीवन बहुत तेजी से बीता जाता है।"
महिलाओं की सेक्शुअल हेल्थ के बारे में जुटाई जा रही जानकारी
इसके अलावा अधिकारी महिलाओं की सेक्शुअल हेल्थ से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारियों को भी इकट्ठा कर रहे हैं। पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं से क्वेस्चनेअर के ज़रिए उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी इकट्ठी की जा रही है ताकि उनकी प्रजनन क्षमताओं के बारे में जाना जा सके। जो महिलाएं जवाब देने में हिचकिचा रही हैं उनसे व्यक्तिगत स्तर पर डॉक्टर्स के जरिए मीटिंग करा के इस बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
क्यों कम हो रही रूस की जनसंख्या
फेडरल स्टेट स्टेटिस्टिक्स डेटा के मुताबिक अगले 20 सालों में रूस की जनसंख्या 10 प्रतिशत घट सकती है। 1994 में रूस की जनसंख्या 14 करोड़ 90 लाख थी जो कि लगातार घटते हुए इस वक्त 14 करोड़ 60 लाख रह गई है।
इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण भी रूस की जनसांख्यिकी पर प्रभाव पड़ा है। कुछ अनुमानों के मुताबिक इसके कारण लगभग 3 लाख जानें गई हैं और 10 लाख लोगों ने इससे बचने के लिए देश छोड़ दिया है।
इसके अलावा ब्रेन ड्रेन भी रूस की जनसंख्या के घटने का कारण है। फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक नई तकनीक पर काम करने वाले करीब डेढ़ लाख लोगों ने देश छोड़ दिया है।