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पुतिन के 28 घंटे के भारत दौरे में क्या-क्या हुआ? 10 प्वाइंट में समझिए

रूस के राष्ट्रपति पुतिन अपने दो दिन के भारत दौरे को समाप्त करके रूस लौट गए हैं। इस दौरान वह करीब 28 घंटे भारत में रहे और दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते भी हुए।

President putin with Indian President and PM

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति पुतिन, Photo Credit: @narendramodi

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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का दो दिन का भारत दौरा खत्म हो चुका है। अपने इस दौरे के दूसरे दिन वह राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया गया। पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया। तीनों सेनाओं की ओर से राष्ट्रपति पुतिन को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। शाम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके सम्मान में डिनर का आयोजन किया और इस डिनर के बाद वह अपनी यात्रा को समाप्त करके रूस लौट गए। भारत-रूस के रिश्तों के लिए यह दौरा काफी अहम रहा। 

 

राष्ट्रपति पुतिन ने दिल्ली में मिले स्वागत के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी के साथ डिनर पर बातचीत हमारी स्पेशल और स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप के लिए बहुत मददगार रही। भारत और रूस ने इस अहम यात्रा के दौरान द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और इनोवेशन को बढ़ाने के लिए आर्थिक समझौते की भी घोषणा की। कल देर रात विदेश मंत्री एस जयशंकर उन्हें एयरपोर्ट पर छोड़ने गए। 

 

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इस दौरे की 10 मुख्य बातें

  • रूसी राष्ट्रपति के इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत इस स्थिति (यूक्रेन युद्ध)  में न्यूट्रल नहीं है और भारत शांति का समर्थन करता है और चाहता है कि लड़ाई बंद हो। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया को शांति के लिए काम करना चाहिए और भरोसा जताया कि कूटनीतिक कोशिशों के जरिए इस दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
  • राष्ट्रपति पुतिन ने यू्क्रेन में शांति के लिए भारत के पक्ष के लिए आभार जताया और कहा कि रूस भी शांतिपूर्ण समाधान के लिए काम कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि रूस और भारत सैन्य क्षेत्र, अंतरिक्ष, एआई और अन्य क्षेत्रों में भी मजबूत सहयोगी है। 
  • दोनों नेताओं ने 23वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस सम्मेलन में पीएम मोदी ने बातचीत के जरिए और कूटनीति के जरिए यू्क्रेन युद्ध को खत्म करने पर जोर दिया और पुतिन ने भी कहा कि रूस संघर्ष के शांतिपूर्ण हल के लिए काम कर रहा है।
  • पुतिन की यात्रा के दूसरे दिन पीएम मोदी और पुतिन ने दोनों देशों के बंदरगाह और शिपिंग क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौते पर सिग्नेचर किए।
  • पुतिन ने भारत और रूस के बढ़ते व्यापार की सराहना करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार 2030 तक 100 बिलियन डॉलर का आंकड़ा जरूर पूरा होगा।
  • इस दौरे पर दोनों देशों ने आतंकवाद के प्रति कड़ा रुख जाहिर किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस लंबे समय से आतंकवाद के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। पीएम मोदी ने पहलगाम और क्रोकस सिटी हॉल में हुए हमले का जिक्र भी किया।
  • इस दौरे के दौरान भारत और रूस के बीच सहयोग और माइग्रेशन, हेल्थकेयर और मेडिकल एजुकेशन, फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड्स, पोलर शिप्स और मैरीटाइम सहयोग और फर्टिलाइजर पर अहम समझौते हुए हैं।
  • पुतिन ने प्रेस स्टेटमेंट में कहा कि रूस, भारत को बिना रुकावट के तेल की सप्लाई जारी रखने के लिए तैयार है और रूस मेक इन इंडिया में सहयोग करेगा। इसके साथ ही रशिया टूडे न्यूज नेटवर्क के भारत ब्यूरो की शुरूआत का भी उन्होंने अपनी स्टेटमेंट में जिक्र किया।
  • पीएम मोदी ने कहा कि हम मिलकर वोकेशनल एजुकेशन, स्किलिंग और ट्रेनिंग पर भी काम करेंगे। हम दोनों देशों के छात्र, स्कॉलर्स और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान भी बढ़ाएंगे।

     

  • भारत जल्द ही रूसी नागरिकों के लिए निशुक्ल 30 दिनों का ई-टूरिस्ट वीजा और 30 दिनों का ग्रुप टूरिस्ट वीजा शुरू करने जा रहा है। 

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पीएम मोदी ने पुतिन को दिए गिफ्ट

पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को इस यात्रा के दौरान कई तोहफे भी दिए। उन्होंने ब्रह्मपुत्र के मैदानों में उगाई जाने वाली असम ब्लैक टी, महाराष्ट्र हैंडीक्राफ्ट में हाथ से बना चांदी का घोड़ा, कश्मीरी केसर, पश्चिम बंगाल में बना एक टी-सेट और हाथ से बना एक मार्बल शतरंज गिफ्ट किया। पुतिन का यह भारत दौरा 4 साल बाद हो रहा है। इससे पहले दिसंबर 2021 में वह भारत आए थे। इस दौरे पर वह लगभग 28 घंटे भारत में रहे। शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित डिनर के बाद पुतिन रूस के लिए रवाना हो गए। भारत-रूस संबंधों के विस्तार के लिए उनका यह दौरा अहम माना जा रहा है।


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