चीन में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश लौटने के बाद अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक बड़ा बयान आया है। ट्रंप ने अमेरिका द्वारा लगाए ज्यादा टैरिफ के जवाब में भारत पर ही आरोप लगा दिया। उन्होंने हार्ले डेविडसन बाइक का जिक्र करते हुए कहा कि भारत उनके देश में बनी चीजों पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है। बाइक का जिक्र करते हुए कहा कि भारत पहले कंपनी पर 200 प्रतिशत का भारी टैरिफ लगाता था जिसके बाद कंपनी को भारत जा कर प्लांट लगाना पड़ा।
ट्रंप ने आगे कहा कि हमारा रिश्ता एकतरफा था। भारत हम पर ज्यादा से ज्यादा टैरिफ लगाता था। इसकी वजह से हम यहां के बाजार में अपने सामानों की बिक्री नहीं कर पाते। वहीं हम भारत पर कम या जीरो टैरिफ लगाते थे। अमेरिकी बाजार भारत के सामानों के लिए खुले रहे। पूरा बाजार इनके देश में बनाई चीजों से भरा रहता था।
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ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप एक प्रेस-कॉफ्रेंस में हिस्सा ले रहे थे जहां भारत पर लगाए जाने वाले टैरिफ पर सवाल पूछा गया। सवाल था कि 'क्या इस पर आपके द्वारा विचार किया जा रहा है या नहीं?' जिसके जवाब में ट्रंप ने कहा, 'भारत के साथ हमारे रिश्ते बहुत अच्छे हैं। लेकिन आपको समझना होगा कि भारत के साथ कई सालों तक हमारा एकतरफा रिश्ता रहा है। भारत हमसे दुनिया में लगभग सबसे ज्यादा टैरिफ वसूल रहा था। जो दुनिया में सबसे ज्यादा थे। इसलिए हम भारत के साथ ज्यादा व्यापार नहीं कर रहे थे। लेकिन वे हमारे साथ व्यापार कर रहे थे क्योंकि हम उनसे बेवकूफी से ज्यादा टैरिफ नहीं वसूल रहे थे।'
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ट्रंप ने आगे कहा, 'भारत जो कुछ भी बनाता था, उसे बड़े पैमाने पर भेजता था। वे उसे भेजते थे, हमारे देश में डालते थे। इसलिए ऐसी कई चीजें यहां नहीं बन पाती, जो एक नकारात्मक बात है। हम कुछ भी नहीं भेजते थे क्योंकि वे हमसे 100% टैरिफ वसूल रहे थे। हार्ले डेविडसन भारत में अपनी मोटरसाइकिल नहीं बेच सकती थी। कंपनी पर 200% का टैरिफ था। हार्ले डेविडसन भारत गई और एक मोटरसाइकिल प्लांट बनाया। अब उन्हें टैरिफ नहीं देना पड़ता, यह हमारे जैसा ही है।'
ट्रंप ने साथ में यह भी कहा, 'हजारों कंपनियां अमेरिका में आ रही हैं। जैसे कार कंपनियां, एआई। हमारे यहां अभी कई कार कंपनियों के कारखाने निर्माणाधीन या डिजाइन किए जा रहे हैं। कुछ कंपनियां चीन, मेक्सिको और कनाडा से भी आ रहे हैं। उनमें से बहुत सी कनाडा से आ रही हैं, लेकिन वे हमारे देश में इसलिए आ रही हैं क्योंकि वे यहां निर्माण करना चाहती हैं।'