कोई और कर रहा था बाइडेन के दस्तखत? डोनाल्ड ट्रंप ने दिए जांच के आदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाए हैं कि जो बाइडेन के राष्ट्रपति रहते 'ऑटोपेन' का गलत इस्तेमाल हुआ। अब इस मामले में जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।

जो बाइडन और डोनाल्ड ट्रंप, File Photo Credit: PTI
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना कार्यकाल खत्म होते-होते कुछ लोगों को माफी दे दी थी। कार्यकाल के आखिरी वक्त में जो बाइडेन माफीनामे समेत कई दस्तावेजों पर दस्तखत करने के लिए जो बाइडेन ने 'ऑटोपेन' का इस्तेमाल किया था। अब मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं। डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के कुछ नेताओं ने यह मांग भी की है कि जो बाइडन के करीबी लोगों से पूछताछ भी की जाए। रोचक बात है कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते ही जो बाइडन आखिरी वक्त में राष्ट्रपति चुनाव से हट गए थे और उनकी जगह पर डेमोक्रैटिक पार्टी की ओर से कमला हैरिस ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
चुनाव से पहले भी कई मौकों पर देखा गया था कि जो बाइडन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। कभी वह किसी और दिशा में देखने लगते तो कभी कोई अजीब हरकत कर बैठते थे। हाल ही में यह भी पता चला है कि 82 वर्षीय जो बाइडेन प्रोस्टेट कैंसर से जूझ रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी के नेता लंबे समय से आरोप लगा रहे हैं कि जो बाइडेन की खराब सेहत की बात छिपाई गई थी और कार्यकाल के आखिरी वक्त में उनकी शक्तियों का इस्तेमाल कुछ अन्य लोगों ने कर लिया। इसी मामले में ट्रंप ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
क्या है मामला?
‘ऑटोपेन’ एक डिवाइस है जिसका इस्तेमाल किसी व्यक्ति के प्रामाणिक दस्तखत की नकल करने के लिए किया जाता है। अमेरिका के अलग-अलग राष्ट्रपति दशकों से इसका इस्तेमाल करते रहे हैं। जो बाइडेन के केस में डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया है कि बाइडन की कुछ कार्रवाइयां अमान्य थीं और उनके सहयोगियों ने राष्ट्रपति के अधिकार का दुरुपयोग किया ताकि बाइडन की 'सोचने-समझने की शक्ति कमजोर’ होने की बात को छिपाया जा सके।
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डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा है, 'यह साजिश अमेरिकी इतिहास के सबसे खतरनाक और चिंताजनक घोटालों में से एक है। अमेरिकी जनता से जानबूझकर यह छिपाया गया कि असली पावर किसके पास है और बाइडन के दस्तखत का इस्तेमाल हजारों दस्तावेजों पर किया गया ताकि बड़े नीतिगत बदलाव किए जा सकें।' डोनाल्ड ट्रंप ने अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी और अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ के वकील डेविड वॉरिंगटन को इस जांच का जिम्मा सौंपा है।
5 लोगों से होगी पूछताछ?
इस बीच, अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की मुख्य जांच समिति ‘हाउस ओवरसाइट कमेटी’ के अध्यक्ष और रिपब्लिकन नेता जेम्स कॉमर ने पूर्व राष्ट्रपति बाइडन के पांच सहयोगियों के साथ इंटरव्यू का अनुरोध किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सहयोगी बाइडन की स्वास्थ्य संबंधी स्थिति को छिपाने की कोशिश में शामिल थे जो अमेरिका के इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में से एक है।
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कॉमर ने एक बयान में कहा, 'ये पांच पूर्व वरिष्ठ सलाहकार पूर्व राष्ट्रपति बाइडन की स्थिति और उनके कार्यकाल में ‘व्हाइट हाउस’ के भीतर चल रही गतिविधियों के प्रत्यक्षदर्शी थे। उन्हें हाउस ओवरसाइट कमेटी के सामने पेश होना चाहिए और पूर्व राष्ट्रपति बाइडन की सोचने-समझने की शक्ति के बारे में सच्चाई से जवाब देना चाहिए तथा यह बताना चाहिए कि फैसले कौन ले रहा था।'
‘व्हाइट हाउस’ के वरिष्ठ सलाहकारों माइक डोनिलन और अनीता डन, ‘व्हाइट हाउस’ के पूर्व ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ रॉन क्लेन, पूर्व ‘डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ’ ब्रूस रीड और राष्ट्रपति के पूर्व सलाहकार स्टीव रिचेट्टी के इंटरव्यू की मांग की गई है।
ऑटोपेन होता क्या है और कैसे इस्तेमाल होता है?
यह एक रोबोट पेन होता है। यानी एक ऐसी मशीन जो किसी शख्स की नकल कर सकती है। इस मशीन में एक पेन लगा होता है। अब अगर किसी कागज पर राष्ट्रपति को दस्तखत करना हो और वह दूर हों तो उन्हें स्कैन किया हुआ सिग्नेचर नहीं लगाना पड़ता। वह जैसा सिग्नेचर करेंगे, वैसा ही सिग्नेचर यह ऑटोपन कर देता है। कई बार राष्ट्रपति को हजारों दस्तखत करने होते हैं, उस स्थिति में भी यही पेन काम आता है।
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इस मशीन में एक स्मार्ट कार्ड या USB ड्राइव का इस्तेमाल किया जाता है और उसी में सिग्नेचर को सेव कर लिया जाता है। यह मशीन तेज चलने के बजाय उतनी ही रफ्तार से चलती है जितनी रफ्तार से कोई इंसान दस्तखत करता है। इससे वह सिग्नेचर हूबहू वैसा ही बनता है जैसा किसी इंसान ने किया होता है।
अमेरिका में जो बाइडन से पहले जॉन एफ. केनेडी और बराक ओबामा जैसे राष्ट्रपति भी इसका इस्तेमाल करते रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप भी इस ऑटोपेन का इस्तेमाल कर चुके हैं।
जो बाइडेन के मामले में ट्रंप कहते हैं, 'राष्ट्रपति के पास हजारों कागज आते हैं, जिन पर दस्तखत करने होते हैं। कोई लेटर किसी युवा शख्स का समर्थन करने के लिए होता है तो कोई किसी बीमार के ठीक होने की कामना के लिए, ऐसे में ऑटोपेन का इस्तेमाल होता है। हालांकि, माफीनामे और ऐसी अन्य चीजों पर दस्तखत के लिए बाइडन ने ऑटोपेन का इस्तेमाल किया जो कि गलत है।'
इस बारे में जॉर्ज बुश ने साल 2005 में अमेरिका के न्याय विभाग से पूछा भी था कि क्या किसी बिल पर दस्तखत करने के लिए ऑटोपेन का इस्तेमाल करना सही है? इस पर उन्हें जवाब मिला था- 'राष्ट्रपति की ओर से मंजूर किए जाने वाले बिल पर उन्हें खुद से दस्तखत करने की भौतिक गतिविधि करने की जरूरत नहीं है।'
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