यूक्रेन में वर्षों से चल रहे युद्ध का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के उद्देश्य से व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ एक असफल बैठक के लगभग तीन सप्ताह बाद, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस-यूक्रेन के बीच संघर्ष को खत्म करने के लिए रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से बात की।
डोनाल्ड ट्रम्प ने व्लादिमीर पुतिन को यूएस के समयानुसार सुबह 10 बजे फ़ोन किया और रूसी राष्ट्रपति से दो घंटे से अधिक समय तक बात की। व्हाइट हाउस ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही।
युद्ध विराम पर हुई बात
दोनों नेताओं ने पूर्वी यूरोपीय संघर्ष क्षेत्र में युद्ध विराम सुनिश्चित करने के तरीकों पर बातचीत की। तीन साल से अधिक समय से चल रहे युद्ध में अब तक हज़ारों लोगों की जान जा चुकी है।
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फ़ोन कॉल से पहले ही राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वे इस बात पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं कि रूस द्वारा कब्ज़ा किए गए यूक्रेन के किन हिस्सों को रखने की अनुमति दी जाएगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने वीकेंड पर कहा था कि मॉस्को और वाशिंगटन पहले से ही 'कुछ संपत्तियों को बांटने' के बारे में बात कर रहे हैं।
यूरोपीय राष्ट्र चिंतित
यूरोपीय राष्ट्र चिंतित हैं कि राष्ट्रपति ट्रम्प रूस को बहुत अधिक यूक्रेनी क्षेत्र सौंपने के लिए सहमत हो सकते हैं, क्योंकि वह पुतिन की तारीफ करते रहे हैं।
वे इस बात से भी बहुत चिंतित हैं कि आज के फ़ोन कॉल में जिन फैसलों पर सहमति हो सकती है, उन पर यूक्रेन से परामर्श नहीं किया जा रहा है।
राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ ज़ेलेंस्की के ओवल ऑफ़िस में तनावपूर्ण चर्चा के बाद से, यूक्रेन ने 30 दिनों के लिए अस्थायी रूप से युद्ध रोकने और रूस के साथ बातचीत करने पर सहमति जताई है, लेकिन राष्ट्रपति पुतिन ने कुछ शर्तें रखी हैं, जिनके बारे में मास्को ने कहा है कि वे निगोशिएबल नहीं हैं, और जब ये गारंटी जी जाएगी तभी मास्को और कीव बातचीत के लिए एकसाथ बैठेंगे।
यूक्रेन का क्या रुख रहा?
मास्को द्वारा निर्धारित शर्तों को अस्वीकार करते हुए, यूक्रेन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रूस 'बिना शर्त' युद्धविराम को स्वीकार करेगा। यूक्रेन के विदेश मंत्री एंड्री सिबिगा ने कहा था, 'रूस के लिए यह दिखाने का समय आ गया है कि क्या वह वास्तव में शांति चाहता है।'
कीव और यूरोप के बाकी हिस्सों के लिए मास्को की शर्तों पर जोर देते हुए, व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस द्वारा स्वीकार किए जाने वाले किसी भी युद्धविराम से केवल यूक्रेन को ही लाभ होगा क्योंकि उनके सैनिक यूक्रेनी क्षेत्र से 'लगातार आगे बढ़ रहे हैं'।
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पुतिन ने क्या कहा?
राष्ट्रपति पुतिन ने स्पष्ट शब्दों में यह कह दिया है कि मास्को यूक्रेन में शांति सेना के रूप में तैनात नाटो सैनिकों को कभी स्वीकार नहीं करेगा। रूस का कहना है कि यूक्रेन में नाटो के आने की वजह से ही युद्ध हुआ।
पुतिन ने यह भी कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका यूक्रेन को हथियार देना बंद कर देगा, तभी किसी शांति समझौते पर विचार किया जा सकता है।
पुतिन के साथ फोन कॉल पर दो दिन पहले रविवार को डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह राष्ट्रपति पुतिन के साथ 'जमीन' और 'पावर प्लांट' के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। संभवतः यह यूरोप के सबसे बड़े ज़ापोरिज्जिया न्यूक्लियर पावर प्लांट की ओर इशारा था, जो युद्ध के शुरुआती दिनों में रूस के हाथों में चला गया था।
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट के साथ कहा कि 'अंतिम समझौते के कई मामलों पर सहमति बन गई है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ तय होना बाकी है।ट