सीरिया में 15 सालों से चल रहा गृहयुद्ध आखिरकार समाप्त हो गया। अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल कर दिया गया है। अपनी क्रूरता के लिए तानाशाह बने असद बचपन में बेहद शांत और शर्मिले स्वभाव के थे। कहते है कि वह लोगों से बात करते समय आंख भी नहीं मिला पाते थे। धीमी आवाज में बात करने वाले शख्स धीरे-धीरे तानाशाह की गिनती में आ जाएगा यह शायद किसी ने नहीं सोचा था।
एक ब्रिटिश रिपोर्ट बताती है कि पिता हाफिज अल-असद अपने बेटे की छवि को मजबूत बनाना चाहते थे जिसको देखते हुए असद को भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का प्रमुख बना दिया गया। इस दौरान असद ने कई बड़े अधिकारियों को पद से हटाया। इससे उनकी छवि लोगों के सामने बेहद कड़े शासक के रूप में उभरी।
लंदन में अस्मा से हुई थी मुलाकात
बशर अल-असद का जन्म सीरिया की राजधानी दमिश्क में हाफिज अल-असद और अनीसा मखलूफ के घर पर हुआ था। 29 साल तक हाफिज सीरिया के राष्ट्रपति रहे। 5 संतानों में असद तीसरे नंबर पर थे। शुरुआती दौर में बशर ने खुद को सेना और राजनीति से बहुत दुर रखा। मेडिकल सेक्टर में करियर बनाने की चाह रखने वाले बशर ने अपनी ग्रेजुएशन दमिश्क यूनिवर्सिटी से पूरी की। इसके बाद नेत्र चिकित्सा में विशेषज्ञता के लिए वह 1922 में लंदन चले गए। यहां उनकी मुलाकात पत्नी आसमा अल-अखरास से हुई।
तानाशाह की पत्नी अस्मा कौन?
असद की पत्नी अस्मा अल-असद ने खुद को काफी हद तक लाइमलाइट से दूर रखा। अपनी खूबसूरती और बुद्धिमत्ता के लिए मशहूर अस्मा ने 2000 में बशर अल-असद से शादी की थी। शादी से पहले वह जेपी मॉर्गन में इन्वेस्टमेंट बैंकर के तौर पर काम करती थीं। अस्मा कैंसर से भी पीड़ित हैं। अस्मा का जन्म 1975 में लंदन में एक सीरियाई राजनयिक परिवार में हुआ था। उन्हें 'रेगिस्तान में गुलाब'के रूप में जाना जाता था। उनके माता-पिता सुन्नी मुसलमान हैं और सीरियाई मूल होम्स शहर से ताल्लुक रखते है।
अब यह शहर विद्रोहियों के नियंत्रण में है। उन्होंने लंदन में क्वींस कॉलेज में पढ़ाई की और बाद में किंग्स कॉलेज लंदन से कंप्यूटर साइंस और फ्रेंच साहित्य में डिग्री में ग्रेजुएशन की। असद और आस्मा के तीन बच्चे है: बेटा हाफिज, बेटी ज़ीन और करीम। जैसे ही सीरियाई संघर्ष शुरू हुआ, अस्मा अपने बच्चों के साथ लंदन चली गईं थी। ऐसा माना जाता है कि वह अभी भी वहीं रहती हैं।
बैंक में काम फिर दुल्हन बनकर सीरिया पहुंची
एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद आस्मा ने एक बैंक में काम किया। हालांकि, शादी से पहले ही उन्होंने अपनी यह नौकरी छोड़ दी और 2005 में आस्मा ने सीरियाई युवाओं को जोड़ने और राष्ट्र के प्रति उनकी जागरूकता और प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक संगठन शुरू किया।
बता दें कि अस्मा अल-असद कैंसर से पीड़ित हैं। वह स्तन कैंसर से पीड़ित थी लेकिन अगस्त 2019 में उन्होंने घोषणा की कि वे इससे पूरी तरह ठीक हो गई हैं। इस साल मई में, रिपोर्टें सामने आईं कि अस्मा अब माइलॉयड ल्यूकेमिया बीमारी से जूझ रही हैं। इस समय वह लंदन में अपनी ट्रीटमेंट करवा रही है। वोग मैग्जीन को 2010 में दिए एक इंटरव्यू में आस्मा ने कहा था कि उनका घर लोकतांत्रिक तरीके से चलता है।