भारतीय मूल के टेक सीईओ हर्षवर्धन किक्केरी पिछले हफ्ते गुरुवार को वॉशिंगटन के अपने घर में मृत अवस्था में पाए गए थे। 24 अप्रैल को घटित इस घटना को मर्डर और आत्महत्या माना गया। रेंटन रिपोर्टर की एक रिपोर्ट के अनुसार, 57 साल के हर्षवर्धन एस किक्केरी, 44 साल की उनकी पत्नी श्वेता पन्याम, और 14 साल का उनका बेटा कई सालों से अमेरिका में रह रहे थे।
पुलिस को 911 से एक कॉल आई जिसके बाद उन्होंने खोजबीन की तो उन्हें तीनों की लाशें मिलीं। पुलिस के मुताबिक किक्केरी की पत्नी श्वेता और उनके बेटे ध्रुव की हत्या की गई, जबकि किक्केरी की मौत को आत्महत्या माना गया। दोनों का छोटा बेटा, जिसकी उम्र 7 साल थी, वह बच गया, क्योंकि वह घटना के दौरान घर पर नहीं था।
यह भी पढ़ेंः 'टैरिफ नहीं लगेगा अगर…', ट्रंप ने कनाडा को दिया ऑफर, पोलीवरे का पलटवार
कौन हैं हर्षवर्धन किक्केरी?
मूल रूप से मैसूर के रहने वाले हर्षवर्धन किक्केरी होलोवर्ल्ड के सीईओ थे, जो एक रोबोटिक्स कंपनी है और जिसको उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मिलकर 2017 में शुरू किया था। उन्हें रोबोटिक्स में अपने इनोवेशन और एआई-एनेबल्ड होलोसूट बनाने के लिए जाना जाता था। किक्केरी के पास 44 अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट थे और उन्हें माइक्रोसॉफ्ट से गोल्ड स्टार और इंफोसिस से एक्सिलेंस अवॉर्ड मिले थे।
किक्केरी ने रोबोटिक्स सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर माइक्रोसॉफ्ट में 8 साल बिताए। इसके अलावा, उन्होंने कोडेक्स और डीएसपी के साथ सॉफ्टवेयर डिजाइन इंजीनियर के तौर पर काम किया। उनका करियर 2002 में शुरू हुआ जब उन्होंने सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर इंफोसिस ज्वाइन किया। किक्केरी ने 2004 में मैसूर विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने अमेरिका के सिरैक्यूज विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई की।
पहले की हत्या फिर आत्महत्या
किक्केरी ने पहले अपनी पत्नी और बड़े बेटे को मार डाला इसके बाद खुद को भी गोली मार ली। मैसूर में जन्मे हर्षवर्धन किक्केरी (57) पर आरोप है कि उन्होंने 24 अप्रैल को अमेरिका के वॉशिंगटन के पास न्यूकैसल में अपने घर पर अपनी पत्नी श्वेता (41) और 14 वर्षीय बेटे को गोली मारकर हत्या कर दी और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली। रिपोर्ट्स बताती हैं कि उनका छोटा बेटा बच गया क्योंकि वह उस समय घर पर नहीं था।