अमेरिका के प्रेसीडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रम्प ने भले ही देश की कमान न संभाली हो लेकिन उनके संदेशों से स्पष्ट है कि उनकी नीतियां कितनी कठोर होने वाली हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने दोहराया है कि वे कई देशों पर टैरिफ बढ़ाने वाले हैं। इन देशों में हिंदुस्तान भी शामिल है। भारत अमेरिकी उत्पादों पर पहले ही भारी भरकम टैक्स लगाता रहा है, अब इसी नीति का सामना अमेरिका में भारतीय उत्पादों को करना होगा।
सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि अगर दूसरे देश अमेरिकी उत्पादों पर टैक्स लगाते हैं तो अमेरिका का भी रुख वैसा ही होगा। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, 'अगर वे हम पर टैक्स लगाएंगे तो हम भी उसी मात्रा में टैक्स लगाएंगे। वे हम पर टैक्स लगाते हैं, हम उन पर टैक्स लगाएंगे। सभी मामलों में वे हम पर टैक्स लगाते थे, हम ही उन्हें टैक्स से छूट देते थे।'
क्यों दोबारा टैरिफ पर ट्रम्प ने की बात?
अमेरिका कनाडा पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने वाला है। उन्होंने चीन के साथ व्यापार को लेकर एक सवाल के जवाब में ये बातें कही हैं। उन्होंने भारत और ब्राजील का जिक्र करते हुए कहा है कि इन देशों ने अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा टैरिफ लगाया है। सोमवार को उन्होंने बातचीत में कहा कि साफगोई जरूरी है, अगर भारत अमेरिकी उत्पादों पर 100 फीसदी टैक्स लगा रहा है तो अमेरिका भी वैसा ही करेगा।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, 'जैसे को तैसा जरूरी है। अगर कोई हम पर चार्ज लगाता है, जैसे भारत, हम अपनी बात नहीं कर रहे हैं। अगर भारत 100 फीसदी टैरिफ हम पर लगाता है तो क्या हमें उन पर कोई चार्ज नहीं लगाना चाहिए?'
'100 प्रतिशत टैक्स लगाएंगे'
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, 'वे हम पर 100 से 200 प्रतिशत टैक्स लगाते हैं। भारत ज्यादा टैक्स लगाता है। ब्राजील ज्यादा टैक्स लगाता है। अगर वे हम पर ज्यादा टैक्स लगाना चाहते हैं तो हम भी ऐसा ही करने वाले हैं।' डोनाल्ड ट्रम्प ने मार-ए-लागो में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बातें कही हैं।
डोनाल्ड ट्र्म्प के कॉमर्स सचिव हावर्ड ल्युटनिक ने कहा कि हम वही व्यवहार करेंगे, जैसा हमारे साथ होगा। हमारा ध्यान नए प्रशासन की व्यापार नीतियों पर होगा। कैसे अमेरिका के साथ दुनिया अलग बर्ताव करेगी और चाहेगी कि वैसा बर्ताव न हो।
जो बाइडेन का रुख क्या है?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को कहा है कि उनका प्रशासन भारत और अमेरिका के संबंधों को सही दिशा देकर जा रहा है। हमें उम्मीद है कि यह डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में भी जारी रहेगा। भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को लेकर अमेरिका महत्वाकांक्षी है।