'जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय।' इसका मतलब है कि जिस व्यक्ति पर भगवान का हाथ हो, उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। यह दोहा जिम्बाब्वे के सात साल के बच्चे के साथ घटी एक घटना के बाद चरितार्थ हो गया। दरअसल, उत्तरी जिम्बाब्वे में एक सात साल का बच्चा शेरों से भरे एक गेम पार्क में पांच दिनों तक फंस गया, लेकिन फिर भी वह जिंदा बचकर घर वापस आ गया।
सात साल का बच्चा टिनोटेंडा पुडु अपने घर से 23 किलोमीटर दूर भटक गया और अनजाने में खतरनाक माटुसादोन्हा गेम पार्क में घुस गया। यह पार्क खतरनाक शेरों और हाथियों से भरा हुआ इलाका है। बच्चे के पांच दिन तक जिंदा रहने को स्थानीय लोग चमत्कार की तरह देख रहे हैं।
स्थानीय न्यामिन्यामी समुदाय का बच्चा
टिनोटेंडा पुडु जिम्बाब्वे के स्थानीय न्यामिन्यामी समुदाय का बच्चा है। वह होगवे नदी के पास खो गया था। उसके गांव के लोगों ने ढोल बजाकर उसे संदेश देने और ढूंढ़ने की कोशिश की लेकिन सभी कामयाब नहीं रहे। माटुसादोन्हा गेम पार्क में शेर और जंगली हाथी जैसे खतरनाक जानवरों की बड़ी संख्या है, जिसकी वजह से मासूम बच्चे के बचने की उम्मीद लगातार कम हो रही थी।
जिम्बाब्वे की सांसद मुत्सा मुरोम्बेदजी ने सोशल मीडिया पर बताया कि सात साल के टिनोटेंडा पुडु अपने घर से 23 किलोमीटर दूर भटक गया और अनजाने में खतरनाक माटुसादोन्हा गेम पार्क में घुस गया। उन्होंने कहा, 'यह एक चमत्कार है। बच्चा हॉगवे नदी के पास खो गया। यह शेरों और हाथियों से भरा हुआ इलाका है। वह एक चट्टानों के बीच सोता और जंगली फल खाकर जिंदा रहने में कामयाब रहा।'
बच्चे ने 49 किलोमीटर की दूरी तय की
आखिरकार पांच दिन के बाद मातुसादोना अफ्रीका पार्क्स के रेंजरों ने टिनोटेंडा पुडु को ढूंढ लिया। बच्चे ने बताया कि वह जंगली फल खाता और चट्टानों के बीच छुपकर सोता था। इस तरह से वह जानवरों से बचा रहा और खतरनाक इलाके में जिंदा रहा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सात साल का बच्चे ने पार्क के दुर्गम इलाके से 49 किलोमीटर की दूरी तय की।
बच्चे की हालत अब स्थिर
सांसद मुत्सा मुरोम्बेदजी ने लड़के की स्थिति पर अपडेट देते हुए कहा कि बच्चे को तुरंत एक स्थानीय क्लिनिक और बाद में आगे की चिकित्सा जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि बच्चे को आराम करने को कहा गया है। उसकी हालत अब स्थिर है।
सांसद ने आगे कहा कि मैं लगातार बच्चे की हालत का फॉलोअप ले रही हूं। मैं सुनिश्चित करूगी कि टिनोटेंडा को इस रिकवरी प्रक्रिया के दौरान वह सभी देखभाल और सहायता मिले जिसकी उसे आवश्यकता है। उसका मानसिक स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।