आज के समय में हम ज्यादातर समय अपनी स्क्रीन पर बिताते हैं। काम करते समय घंटों लैपटॉप चलाते हैं। उसके बाद जो समय बचता है तो मोबाइल यूज करते हैं। ज्यादा देर तक स्क्रीन देखने की वजह से हमारी आंखों पर जोर पड़ता है। आंखों में तनाव ना पड़े इसलिए ज्यादातर लोग ब्लू लेंस वाले चश्मे पहनते हैं। ब्लू लाइट एक्सपोजर से बचने के लिए लोग ब्लू कट लेंस का इस्तेमाल करते हैं। क्या ये लेंस आपकी आंखों के लिए फायदमेंद। आइए जानते हैं स्टडी में इसके बारे में क्या कहा गया है।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी का कहना है कि कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हुए ब्लू लाइट लेंस पहनने का कुछ खास फायदा नहीं होता है। 2023 की एक स्टडी की की गई थी कि क्या ब्लू लेंस वाला चश्मा पहनने से कोई फायदा मिलता है? स्टडी में ये बात सामने आई कि कंप्यूटर पर काम करते समय ब्लू कट लेंस पहनने और नहीं पहनने में कुछ खास फर्क नहीं है।
रोजाना की लाइफस्टाइल में ब्लू लाइट एक्सपोजर से कैसे बचे?
स्क्रीन से आंखों को ब्रेक दें- ज्यादा देर तक स्क्रीन ना देखें। काम करते समय बीच-बीच में ब्रेक लेते रहे हैं। ब्रेक के दौरान आप फोन का इस्तेमाल भी ना करें।
स्क्रीन पर कम से कम समय बिताएं- स्क्रीन पर कम से कम समय बिताएं। आप अपने फ्री टाइम में किताबें पढ़ें, बेकिंग करें। इन चीजों को करने से आप स्क्रीन से निकलने वाली नुकसानदायक किरणों से बचे रहेंगे।
सोने से जाने से पहले बिल्कुल ना देखें स्क्रीन- सोने जाने से 2-3 घंटे पहले फोन ना चलाएं।
डाई आई को कम करने के लिए आप आई ड्राप का इस्तेमाल कर सकते हैं।
ब्लू लाइट की वजह से क्या होता है नुकसान
- ब्लू लाइट की वजह से आंखों में दर्द और थकान महसूस होती है
- ड्राई आई
- नजर कमजोर हो जाती है
- सिरदर्द
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
इस मामले में हमने एमीटी यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर रितेश खोवाल से बात की। ये पेशे से सीनियर ऑप्टोमेट्रिस्ट हैं। उन्होंने बताया कि ब्लू कट लेंस आपकी आंखों को सूर्य से निकलने वाली यूवी रे से बचाने का काम करता है। यूवी रे की वजह से आपकी आंखों को काफी नुकसान पहुंचता है। आपको कैटरेक्ट, सफेद मोतियाबिंद और पिगमेंटेशन की समस्या हो सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। किसी भी तरह की चिकित्सकीय जानकारी या इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।