दूसरों के कपड़े शेयर करने से कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं। जब आप दूसरों के कपड़े पहनते हैं तो आपके शरीर में मौजूद त्वचा की कोशिकाएं और बैक्टीरिया उन कपड़ों में जमा हो सकते हैं। इससे आपको त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि एक्जिमा और अन्य त्वचा संक्रमण। इसके अलावा दूसरों के कपड़े शेयर करने से एलर्जी की समस्या भी हो सकती है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने ही कपड़े उपयोग करें और अपने कपड़ो को दूसरों के साथ शेयर न करें। दूसरों के कपड़ो में एक तरह के जीवित कीटाणु होते हैं जो जेनाइटल एरिया में पाए जाते हैं। यह जीवित कीटाणु पीले और ग्रे रंग के होते हैं और शेप में ये दो मिमी लंबे होते हैं।
शादी के लिए दोस्तों के कपड़े मांगना और रूम मेट के साथ शेयर किए गए कपडे़ और टॉवल दोनों ही आदतें आपके लिए समस्या बन सकती हैं। ज्यादातर लोग एक-दूसरे के पुराने कपड़े पहन लेते हैं और ऐसा करने से वह सोचते भी नहीं है किसी के पुराने कपड़े पहनने से दूसरे व्यक्ति की निगेटिव एनर्जी आप पर भारी हो सकती है।
आमतौर पर दूसरों के कपड़ों के संपर्क में आने से फैलते हैं। यह बीमारी इंसान के शरीर से ज्यादा समय तक दूर नहीं रह सकती और न वह चिकनी जगहों पर रह सकती है। यह शरीर को परेशान करने वाली समस्या होती है।
1. कपड़ों का साझा उपयोग: जब आप किसी अन्य व्यक्ति के कपड़े पहनते हैं या उनके कपड़ों को अपने कपड़ों के साथ धोते हैं, तो लाइस आपके कपड़ों में आ सकते हैं।
2. बिस्तर और तकिए: जब आप किसी अन्य व्यक्ति के बिस्तर या तकिए का उपयोग करते हैं, तो लाइस आपके कपड़ों में आ सकते हैं।
3. कपड़ों की देखभाल: जब आप अपने कपड़ों को अनुचित तरीके से धोते या सुखाते हैं, तो लाइस आपके कपड़ों में आ सकते हैं।
दूसरों के कपड़े पहनने से नुकसान
1. त्वचा संबंधी समस्याएं: दूसरे के कपड़े पहनने से त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि एक्जिमा, दाद आदि।
2. एलर्जी की समस्या: दूसरे के कपड़े पहनने से एलर्जी की समस्या हो सकती है, खासकर यदि आप किसी विशेष प्रकार के कपड़े से एलर्जी होती है।
3. संक्रमण का खतरा: दूसरे के कपड़े पहनने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, खासकर यदि वह व्यक्ति किसी बीमारी से पीड़ित हो।
4. त्वचा की जलन: दूसरे के कपड़े पहनने से त्वचा की जलन हो सकती है, खासकर यदि आप किसी विशेष प्रकार के कपड़े से एलर्जिक हैं।
5. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: दूसरे के कपड़े पहनने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है खासकर यदि आप अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता और सुरक्षा के बारे में चिंता करते हैं।