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Since 1951..खान मार्केट के फकीर चंद बुक स्टोर की दिलचस्प कहानी

बेतरतीब ढंग से सजी अलमारियों में रखी सैकड़ों किताबों को केवल फकीर चंद बुकस्टोर में देखा जा सकता है। खान मार्केट में सबसे पुरानी दुकान एक मजबूत पिलर की तरह 73 सालों से खड़ी है।

Delhi Faqir Chand Book Store

खान मार्केट में खास है फकीर चंद बुक स्टोर Image Credit: Pexels

किताबों की खुश्बू और पन्ने पलटने वाली वो फीलिंग केवल एक बुक लवर ही समझ सकता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि दुनिया इंटरनेट-रीडिंग की ओर बढ़ रही है और ज्यादातर लोग इंटरनेट पर सर्फिंग करते हैं लेकिन एक बुक लवर किताब के पन्नों की अहमियत जानता है। किसी बुक शॉप पर जाने का जो मजा होता है वो ऑनलाइन पढ़ने में कहां...

 

73 सालों से चल रही किताब की दुकान

ऐसी ही एक दुकान दिल्ली के सबसे पॉश खान मार्केट में स्थित है। बेतरतीब ढंग से सजी अलमारियों में रखी सैकड़ों किताबों को केवल फकीर चंद बुकस्टोर में देखा जा सकता है। खान मार्केट में सबसे पुरानी दुकान एक मजबूत पिलर की तरह 73 सालों से खड़ी है। इस बुकस्टोर के संस्थापक फकीर चंद के परपोते अभिनव बाम्ही 5 सालों से पारिवारिक व्यवसाय में हैं। अभिनव का पूरा बचपन किताबों, लेखकों और पुस्तक प्रेमियों के बीच रहकर बीता।

 

Since 1951

किताबों की इस दुकान के बोर्ड पर गर्व से '1951 में स्थापित' लिखा हुआ है और तब से इसमें बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। हवा में बहती पुरानी किताबों की महक आपको इस दुकान की ओर खींच लाएगी। खान मार्केट की गलियों को अपना घर बनाते हुए किताब की दुकान के इतिहास के साथ-साथ दिल्ली के खान मार्केट के विकास के बारे में भी बताती हैं।

 

न फर्नीचर बदला और न कोई मरम्मत की गई

दिल्ली की सबसे मशहूर और सबसे पुरानी किताबों की दुकानों की एक लिस्ट में फकीर चंद बुक स्टोर का नाम हमेशा रहता है। 1951 से किताबें बेच रहे फकीर चंद बुकस्टोर में किताबों का सबसे ज्यादा कलेक्शन है। यहां आपको नोवल से लेकर रहस्यमयी तक सभी किताबें पढ़ने को मिल सकती हैं। इस बुकस्टोर में अगर आप जाएंगे तो आपको पुराने जमाने के 1951 के लुक की एक झलक देखने को मिल जाएगी। न फर्नीचर बदला और न कोई मरम्मत की गई है। यहां तक की बुकस्टोर को शैलियों के हिसाब से बांटा भी नहीं गया है।

 

इस तरीके की मिलेगी किताबें

फकीर चंद बुकस्टोर में आपको मिलन कुंदेरा की ‘द अनबियरेबल लाइटनेस ऑफ बीइंग’, फ़्योदोर दोस्तोवस्की की ‘क्राइम एंड पनिशमेंट’, गैब्रियल गार्सिया मार्केज की ‘वन हंड्रेड इयर्स ऑफ़ सॉलिट्यूड’ , विलियम डेलरिम्पल की ‘सिटी ऑफ जिन्न्स’ , एलिफ शफाक की द फोर्टी रूल्स ऑफ लव’, स्वेतलाना एलेक्सिएविच की ‘द अनवुमनली फेस ऑफ वॉर’ , अल्बर्ट कैमस की ‘द आउटसाइडर’ ,  रबीशंकर बाल की ‘दोजाखनामा’ जैसी कई किताबें मिल जाएगी। खास तौर पर उर्दू शायरी का शौक रखने वालों के लिए ये बुकस्टोर सबसे पसंदीदा जगह है।

 

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