तेलंगाना से एक और फूड पॉइजनिंग की घटना सामने आई है जिसमें हैदराबाद से 72 किलोमीटर दूर विकराबाद के एक आदिवासी हॉस्टल में रात के भोजन के बाद तबीयत खराब हो गई। उन्हें तंदूर जिले में भर्ती कराया गया है। खाना खाने के बाद लड़कियों ने उल्टी और मितली की शिकायत की।
घटना सोमवार रात की है जब डिनर के बाद लड़कियों ने चक्कर आने और उल्टी की शिकायत की। इसके बाद हॉस्टल के स्टाफ ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
छात्राओं की हालत अब ठीक
तंदूर जिला अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि सभी छात्राएं अब ठीक हैं और इलाज का उन पर बेहतर असर हो रहा है। हालांकि, अभी तक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि फूड पॉइजनिंग की वजह क्या थी, लेकिन अधिकारी छात्रावास में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच कर रहे हैं।
रंगारेड्डि में भी हुई थी ऐसी घटना
कुछ हफ़्ते पहले रंगारेड्डि जिले से फ़ूड पॉइज़निंग का मामला सामने आया था। अधिकारियों के अनुसार, बिरयानी और ग्रिल्ड चिकन खाने के बाद तीन दोस्त बीमार पड़ गए थे। तीनों को एक ही समय में उल्टी, दस्त और मितली की गंभीर समस्या होने लगी थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने फ़ूड पॉइज़निंग होने की पुष्टि की।
दोस्तों ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई, जिसमें अरोमा रेस्टोरेंट और फूड डिलीवरी ऐप को दोषी ठहराया गया। उन्होंने दावा किया कि उन्हें जो खाना मिला वह घटिया क्वालिटी का था और इसी वजह से वे बीमार हुए। पीड़ितों ने अधिकारियों को बताया कि उन्होंने 20 नवंबर को अरोमा रेस्टोरेंट से ऑनलाइन ऐप के ज़रिए खाना मंगवाया था।