अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी शनिवार को यूपी के सहारनपुर स्थित दारुल उलूम देवबंद पहुंचे। इस दौरान उनका फूलों से भव्य इस्तकबाल किया गया। कार से बाहर निकलते ही मुत्तकी के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी के देवबंद पहुंचने के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी और दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने मुत्तकी का स्वागत किया।
कार्यक्रम के मुताबिक अफगानी विदेश मंत्री देवबंद के बाद आगरा जाएंगे। वह अपने छह दिवसीय भारत दौरे पर आए हैं। मुत्तकी के दौरे को देखते हुए देवबंद की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
सहारनपुर पुलिस के मुताबिक, देवबंद में अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान मुत्तकी दारुल उलूम देवबंद में उलेमाओं, विद्वानों और प्रशासकों से मुलाकात करेंगे। सहारनपुर ग्रामीण के एसपी सागर जैन ने कहा कि दौरे से पहले पुलिस और खुफिया यूनिटों को सक्रिय कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि देवबंद में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
जिला प्रशासन ने किया समन्वय
जिला प्रशासन ने मुत्तकी यात्रा के लिए दारुल उलूम के अधिकारियों के साथ समन्वय किया है। दारुल उलूम कार्यालय के प्रभारी मुफ्ती रेहान उस्मानी ने दौरे की पुष्टि करते हुए कहा कि अफगान मंत्री के स्वागत की तैयारियां कर ली गई हैं।
देवबंद पहुंचने पर मुत्तकी ने क्या कहा?
देवबंद पहुंचने के बाद मुत्तकी ने कहा, 'अब तक का सफर बहुत अच्छा रहा है। सिर्फ दारुल उलूम के लोग ही नहीं, बल्कि इलाके के सभी लोग यहां आए हैं। उन्होंने जो गर्मजोशी से मेरा स्वागत किया, उसके लिए मैं उनका आभारी हूं। मैं इस गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए देवबंद के उलेमा और इलाके के लोगों का शुक्रगुजार हूं। भारत-अफगानिस्तान संबंधों का भविष्य बहुत उज्ज्वल नजर आता है।'
वहीं, आमिर खान मुत्तकी की देवबंद यात्रा पर जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा, 'हमारा अफगानिस्तान के साथ शैक्षिक और शैक्षणिक संबंध है। वह अपने मदरसे में मिलने आए हैं और उसके बाद वह हमसे बातचीत करेंगे।'
मुत्तकी का पूरा कार्यक्रम
अपनी यात्रा के दौरान मुत्तकी दारुल उलूम में पढ़ रहे अफगान छात्रों से बातचीत करेंगे। साथ ही वह इसकी ऐतिहासिक लाइब्रेरी भी जाएंगे। उनके आगमन को लेकर छात्रों और स्थानीय निवासियों में खासा उत्साह है। रविवार को अफगान विदेश मंत्री आगरा जाकर ताजमहल के दीदार करेंगे। अधिकारियों के अनुसार, वह सुबह आठ बजे के आसपास यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते दिल्ली से रवाना होंगे और पूर्वाह्न 11 बजे तक वहां पहुंचेंगे। उन्हें इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट से ताजमहल ले जाया जाएगा और वह वहां करीब डेढ़ घंटा बिताएंगे, जिसके बाद दोपहर में दिल्ली लौट आएंगे। आगरा जिला प्रशासन ने इस उच्च-स्तरीय दौरे के लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध किए हैं।
तालिबान के सत्ता में आने के चार साल बाद किसी वरिष्ठ मंत्री की भारत की यह पहली आधिकारिक यात्रा है। यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह ऐसे समय हो रहा है जब भारत और अफगानिस्तान दोनों के पाकिस्तान के साथ खासकर सीमा पार आतंकवाद जैसे मुद्दों को लेकर संबंध तनावपूर्ण हैं।
देवबंद दारुल उलूम का महत्व
बता दें कि देवबंद दारुल उलूम का महत्व इस्लामी शिक्षा के प्रसार, इस्लाम की शुद्ध शिक्षाओं को बनाए रखने में है। इसका महत्व साल 1857 के विद्रोह के बाद ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक प्रतिरोध के प्रतीक के रूप में भी है। यह आज भी दुनिया भर के मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण इस्लामी शिक्षा और एक आदर्श शैक्षणिक संस्थान है, जो हनफी-सुन्नी विचारों का एक गढ़ है। यहां से जारी किया गया फतवा भारत के लाखों मुसलमान माने हैं।