भारत अपनी ओर से एक बड़ा कदम उठा रहा है। भारत सरकार अपने सांसदों के समूह को दुनिया के अलग-अलग देशों में भेज रही है। यह कदम पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को दुनिया के सामने उजागर करने के लिए है, खासकर पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद भारत के ऑपरेशन सिंदूर के जवाबी कार्रवाई के बाद। इन सांसदों का काम होगा कि वे विभिन्न देशों में जाकर पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों और भारत के रुख को समझाएं। भारत के इस फैसले के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने भी पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी के नेतृत्व में एक टीम को अन्य देश भेजने का आदेश दिया है।
भारत की ओर से कौन कहां जा रहा है?
कांग्रेस नेता शशि थरूर, भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी सहित सांसदों, राजनीतिक नेताओं और पूर्व राजनयिकों वाले सात भारतीय प्रतिनिधिमंडल उत्तरी अमेरिका, यूरोप और पश्चिम एशिया की प्रमुख राजधानियों की यात्रा करने वाले हैं।
क्या पाकिस्तान भी भेजेगा अपना प्रतिनिधिमंडल?
पाकिस्तान भी इसी तरह का अभियान चलाने की योजना बना रहा है। इसका पहला संकेत शनिवार शाम को भुट्टो-जरदारी की ओर से आया, जिन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए उनसे संपर्क किया है।
भुट्टो-जरदारी ने कहा, 'आज सुबह प्रधानमंत्री शहबाज ने मुझसे संपर्क किया, जिन्होंने अनुरोध किया कि मैं अंतरराष्ट्रीय मंच पर शांति के लिए पाकिस्तान का मामला पेश करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करूं। मुझे यह जिम्मेदारी स्वीकार करने और इन चुनौतीपूर्ण समय में पाकिस्तान की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध रहने का सम्मान है।'
पाकिस्तान की ओर से कौन-कौन होगा?
हालांकि, पाकिस्तान सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि प्रतिनिधिमंडल में पूर्व उप विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार, पूर्व रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान और पूर्व विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी के शामिल होने की उम्मीद है। ऐसी खबरें भी थीं कि पाकिस्तान सरकार अमेरिका में पूर्व राजदूत तारिक फातमी को रूस भेजने की योजना बना रही है।
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कहां-कहां जाएंगे पाकिस्तानी डेलिगेशन
मीडिया रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि भुट्टो-जरदारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल यूरोप का दौरा करेगा और प्रमुख देशों को भारत के साथ पाकिस्तान की हालिया झड़पों के बारे में जानकारी देगा। उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने प्रमुख देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना की पुष्टि की। डार ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तान की कूटनीतिक पहुंच अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, फ्रांस और रूस तक विस्तारित होगी।