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AI Crash: मंत्री बोले-अटकलबाजी से बचे पश्चिमी मीडिया, अब तक क्या हुआ?

सिविल एविएशन मंत्री ने विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो की तारीफ की है। नायडू ने इसे बड़ी उपलब्धि बताया और पश्चिमी मीडिया से अपील की है कि उन्हें अटकलबाजी से बचना चाहिए।

Ram Naidu Kinjarapu । Photo Credit: AI Generated

राम नायडू किंजरापू । Photo Credit: AI Generated

नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने रविवार को कहा कि अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच के लिए अंतिम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने पश्चिमी मीडिया से अनुरोध किया कि वे इस मामले में अटकलबाजी से बचें और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के कार्य की सराहना की, जिसने भारत में ही ब्लैक बॉक्स डेटा को डिकोड करने में सफलता हासिल की। 

 

नायडू ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा, 'पहले जब भी ब्लैक बॉक्स क्षतिग्रस्त होता था, उसे डेटा निकालने के लिए विदेश भेजा जाता था। लेकिन यह पहली बार है कि AAIB ने भारत में ही ब्लैक बॉक्स को डिकोड कर डेटा प्राप्त किया। प्रारंभिक रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है।' उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि AAIB ने अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पारदर्शी और पेशेवर तरीके से जांच की है।

 

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जांच में सावधानी बरतने की अपील

नायडू ने कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने से पहले किसी निष्कर्ष पर पहुंचना उचित नहीं होगा। 'हम इस मामले में बहुत सावधानी बरत रहे हैं और प्रारंभिक रिपोर्ट का गहन अध्ययन कर रहे हैं। सुरक्षा के लिए जो भी कदम उठाने की जरूरत होगी, हम तैयार हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि जांच पूरी होने तक धैर्य रखना जरूरी है।

जून में हुई थी दुर्घटना

12 जून 2025 को, एयर इंडिया की उड़ान AI171, जो अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन गैटविक जा रही थी, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद मेघनीनगर में बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे। हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी शामिल थे। केवल एक यात्री, ब्रिटिश नागरिक विश्वशकुमार रमेश, इस हादसे में जीवित बचे।

ब्लैक बॉक्स की हुई जांच

हादसे के बाद, AAIB ने 13 जून को दुर्घटना स्थल से एक ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर) और 16 जून को दूसरा सेट (कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) बरामद किया। ब्लैक बॉक्स डेटा की जांच 24 जून से शुरू हुई और क्रैश-प्रोटेक्टेड मेमोरी यूनिट से डेटा सफलतापूर्वक डाउनलोड किया गया। प्रारंभिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि टेकऑफ के तीन सेकंड बाद ही दोनों इंजनों की ईंधन आपूर्ति बंद हो गई थी, क्योंकि ईंधन नियंत्रण स्विच 'RUN' से 'CUTOFF' स्थिति में चले गए थे। कॉकपिट ऑडियो में एक पायलट को दूसरे से पूछते सुना गया, 'आपने ईंधन क्यों बंद किया?' जिसका जवाब था, 'मैंने नहीं किया।'

कई देशों की टीम कर रही जांच

AAIB की जांच में भारतीय वायु सेना, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), और अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के विशेषज्ञ शामिल हैं। इसके अलावा, बोइंग और यूके की सिविल एविएशन अथॉरिटी (CAA) भी जांच में सहयोग कर रही हैं। अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के दिशानिर्देशों के अनुसार, अंतिम रिपोर्ट 12 महीनों के भीतर सार्वजनिक करने की उम्मीद है।

 

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अतिरिक्त सुरक्षा जांच

हादसे के बाद, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8 और 787-9 फ्लीट की अतिरिक्त सुरक्षा जांच के आदेश दिए। मंत्रालय ने हवाई अड्डों और एयरलाइंस के साथ समीक्षा बैठकें आयोजित कीं, जिसमें यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा पर जोर दिया गया। इसके अलावा, गृह सचिव की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है, जो हवाई दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं (SOPs) और आपातकालीन प्रतिक्रिया दिशानिर्देश तैयार करेगी।

शुरुआती रिपोर्ट

शुरुआती रिपोर्ट में ईंधन स्विच के बंद होने की बात सामने आई है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि केवल इस आधार पर निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी।

 

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