दिल्ली से पुणे के लिए रवाना हुए एयर इंडिया के एक विमान से शुक्रवार को पक्षी टकरा गए, जिसके बाद एयर लाइन ने विमान की वापसी रद्द कर दी। एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि विमान को पुणे में सुरक्षित तौर पर उतार लिया गया है। एयर इंडिया ने कहा कि विमान से पक्षी टकराने की बात, विमान के सुरक्षित उतरने के बाद ही पता चली है। विमान को पुणे एयरपोर्ट पर सुरक्षित खड़ा कर दिया गया है। इंजीनियरिंग टीम विमान के जांच में जुट गई है।
एयर इंडिया ने कहा, '20 जून को पुणे से दिल्ली की उड़ान संख्या AI2470 को पक्षी के टकराने के कारण रद्द कर दिया गया है। आने वाली उड़ान के पुणे में सुरक्षित उतरने के बाद पक्षी के टकराने का पता चला।'
जिन यात्रियों की रद्द हुई फ्लाइट, आएंगे कैसे?
एयर इंडिया ने कहा है कि यात्रियों को ठहराने के इंतजाम किए जा रहे है। एयर इंडिया ने कहा है कि जिन यात्रियों ने टिकट कैंसल किया है या रिश्ड्यूल किया है, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है। जिन लोगों ने रद्द किया है, उन्हें बुकिंग राशि वापस कर दी जाएगी।
यह भी पढ़ें: बोइंग ड्रीमलाइनर बना खतरे की घंटी? एक हफ्ते में 66 फ्लाइट कैंसल
पक्षी टकराने से होता क्या है?
उड़ानों के दौरान पक्षी टकराने से बड़े हादसे होते रहे हैं। उनकी वजह से विमान में कुछ तकनीकी खामियां आ सकती हैं। कई बार जानलेवा हादसे भी हुए हैं। इंटरनेशनल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन के आंकड़े बताते हैं कि 92 फीसदी मामलों में पक्षी टकराने से हादसे नहीं होते हैं। कई बार इनकी वजह से इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ती है, तब जब बर्ड हिट की वजह से विंड शील्ड या दूसरे संवेदनशील हिस्से क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। 4000 फीट की ऊंचाई पर एक इंडिगो का विमान हाल ही में पक्षी से टकराया था, जिसके बाद विमान को रांची में उतारना पड़ा था।
यह भी पढ़ें: एयर इंडिया प्लेन क्रैश के मलबे से क्या मिला, चश्मदीद ने बताई कहानी
एयर इंडिया के साथ हो क्या रहा है?
एयर इंडिया का विमान AI 171 12 जून को क्रैश हुआ था, जिसके बाद एयर इंडिया सबके निशाने पर रही है। अहमदाबाद से लंदन के गेटविक जा रही फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने की वजह से 270 से ज्यादा मौतें हुईं। DGCA ने आदेश दिया है कि एयर इंडिया की सभी बोइंग 787 की जांच की जाए। DGCA के आंकड़े बताते हैं कि 12 जून के बाद से करीब 66 ड्रीम लाइनर उड़ानें रद्द हुई हैं। 19 जून तक एयर इंडिया के 33 ड्रीम लाइनर में से 24 की जांच पूरी हो गई थी।