ऑपरेशन सिंदूर के वक्त भारत के खिलाफ तुर्किये ने पाकिस्तान को खुलकर सैन्य मदद भेजी। उसकी इस हरकत से पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। सोशल मीडिया पर तुर्किये के बहिष्कार की मांग चल रही है। केंद्र सरकार ने भी देश के 9 एयरपोर्ट पर ग्राउंड हैंडलिंग का काम करने वाली तुर्किये की कंपनी सेलेबी का लाइसेंस रद्द कर दिया है। अब खबर आ रही है कि एयर इंडिया भी तुर्किये को सबक सिखाने की तैयारी में है। कंपनी विमानों के रखरखाव का काम तुर्किये की कंपनी से छीनने जा रही है।
एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) कैंपबेल विल्सन ने कहा, 'एयर इंडिया अपने वाइड-बॉडी विमानों के रखरखाव से जुड़ा काम तुर्किश टेक्निक (Turkish Technic) से वापस लेगी और इसे अन्य एमआरओ (Maintenance, Repair and Overhaul) कंपनियों को देने पर विचार कर रही है।' तुर्किये ने पाकिस्तान स्थित आतंकी शिविरों पर भारत के हमलों की न केवल निंदा की, बल्कि खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया। भारत सरकार के कड़े कदम के बाद अब एयर इंडिया तुर्किये को सख्त संदेश भेजने की तैयारी में है।
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'हम देश की भावनाओं के प्रति संवेदनशील'
एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने कहा, 'जब हमारे आसपास का माहौल बदलता है तो हमें ढलने में थोड़ा समय लगता है, लेकिन हम देश की भावना और इच्छाओं के प्रति संवेदनशील हैं। इसलिए हम चाहे जिस भी देश की बात कर रहे हों, लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि हमारे जैसे लोग क्या करते हैं और हमसे क्या अपेक्षा रखते हैं।'
एयरलाइन के वाइड-बॉडी B777 और B787 जैसे विमानों का रखरखाव तुर्किये की तुर्किश टेक्निक कंपनी करती है। मौजूदा समय में एयर इंडिया के पास कुल 191 विमानों का बेड़ा है। इसमें 64 वाइड-बॉडी विमान हैं। भारी विमानों को अभी रखरखाव के लिए तुर्किये भेजना पड़ता है। एयर इंडिया के सीईओ ने कहा, 'तुर्किये को भेजे जाने वाले विमानों की संख्या में कमी लाएंगे और इन्हें अन्य स्थानों पर भेजा जाएगा। इसमें कुछ समय लगेगा, क्योंकि विमानों का रखरखाव करना होता है। हम अपनी योजनाओं को ठीक करने में जुटे हैं।'
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विल्सन ने कहा, 'कुछ समय के लिए एयर इंडिया को मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और अमेरिका में विमानों को भेजने की जरूरत होगी, क्योंकि देश में अभी ऐसे काम करने की क्षमता हासिल करने में थोड़ा वक्त लगेगा।' बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखकर बीसीएएस ने 15 मई को सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सुरक्षा लाइसेंस को रद्द कर दिया था। वहीं 30 मई को डीजीसीए ने इंडिगो को तुर्की एयरलाइंस से दो बोइंग 777 विमानों की डंप लीजिंग पर 31 अगस्त तक तीन महीने का आखिरी विस्तार दिया है। तीन महीने के बाद लीज को खत्म करने का निर्देश दिया गया है।