चंडीगढ़ नगर निगम की बैठक के दौरान मंगलवार को बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ। बवाल इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों में हाथापाई और नारेबाजी तक शुरू हो गई।
बताया जा रहा है कि यह हंगामा आंबेडकर को लेकर अमित शाह के बयान पर हुआ। दरअसल, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने अमित शाह के खिलाफ प्रस्ताव पारित करके उनके इस्तीफे की मांग की।
इसके बाद बीजेपी पार्षदों ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि नेहरू के समय में कांग्रेस का अपमान किया गया था।
अनिल मसीह को बोला वोट चोर
इसी दौरान कुछ पार्षदों ने अनिल मसीह को वोट चोर कहना शुरू कर दिया। प्रतिक्रिया देते हुए मसीह ने कहा कि राहुल गांधी भी जमानत पर बाहर हैं। इसके बाद हंगामा और ज्यादा बढ़ गया।
बता दें कि इसी साल चंडीगढ़ में मेयर के चुनाव के दौरान अनिल मसीह रिटर्निंग ऑफिसर थे। इस चुनाव में बीजेपी के मनोज सोनकर को 16 वोट मिले थे जबकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी को कुल साझा 12 वोट मिले थे और 8 वोटों को अनिल मसीह ने अवैध करार दे दिया था।
कांग्रेस ने किया था सुप्रीम कोर्ट का रुख
इसके बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ वाली बेंच ने सुनवाई के दौरान इस पूरी घटना को लेकर काफी तीखी टिप्पणी की और इसे लोकतंत्र की 'हत्या' और 'मजाक' बताया था। साथ ही अनिल मसीह को अवमानना का नोटिस भी जारी किया।