चेन्नई के एक सरकारी अस्पताल में कैंसर डिपार्टमेंट के एक डॉक्टर पर सात बार चाकू से हमला करने के कुछ घंटो बाद एक अन्य डॉक्टर पर भी हमला किए जाने की घटना सामने आई है।
मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति ने एक मनोचिकित्सक पर हमला किया। पुलिस के अनुसार, 49 वर्षीय डॉक्टर पी हरिहरन स्टेनली सरकारी अस्पताल में मनोचिकित्सा विभाग में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं।
कहासुनी के बाद डॉक्टर पर किया हमला
बुधवार (13 नवंबर) को वह विभाग के आउटपेशेंट वार्ड में मरीजों को देख रहे थे तभी उनकी मुलाकात 24 वर्षीय एस भरत से हुई। बातचीत के दौरान डॉक्टर और भरत के बीच थोड़ी कहासुनी हुई और भरत ने डॉ हरिहरन पर हमला किया और मौके से भाग गया।
स्टेनली सरकारी अस्पताल के प्रिंसिपल बालाजी ने वाशरमेनपेट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि भरत ने पिछले साल भी एक महीने तक इसी अस्पताल में इलाज करवाया था। पुलिस ने हमलावर की तलाश शुरू कर दी है।
एक दिन में 2 डॉक्टरों पर हमला
बता दें कि चेन्नई के गिंडी में स्थित कलैगनार सेंटेनरी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में बुधवार को एक कैंसर रोग विशेषज्ञ को अस्पताल में भर्ती मरीज के बेटे ने चाकू से हमला कर दिया। जिस डॉक्टर पर हमला किया गया उनका नाम बालाजी जगन्नाथ है और उन पर आरोपी ने सात पर चाकू से हमला किया। फिलहाल उनकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। आरोपी का नाम विग्नेश है।
एक दिन में डॉक्टरों पर हमला करने की दो घटनाएं सामने आने के बाद फिर से सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स की कमी को दुर किया जाए जिससे उन पर इलाज का दबाव कम बन सके।