राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। अब मुंबई पुलिस ने बताया है कि हत्या के मुख्य आरोपी आकाशदीप गिल ने मास्टमाइंड अनमोल बिश्नोई और अन्य आरोपियों से संपर्क करने के लिए मोबाइल हॉटस्पॉट का इस्तेमाल किया था। यह हॉटस्पॉट एक मजदूर के मोबाइल फोन का था। रिपोर्ट के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी को मारने की साजिश अनमोल बिश्नोई ने रची थी और इसे अंजाम देने की पूरी जिम्मेदारी आकाशदीप गिल ने निभाई और वही सबके संपर्क में था।
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया, 'पूछताछ के दौरान आकाशदीप गिल ने बताया कि उसने एक मजदूर के फोन से हॉटस्पॉट लेकर इन लोगों से संपर्क किया था। इस तरीके का इस्तेमाल इसलिए किया गया कि पुलिस की नजर में आने से बचा जा सके। जिस मजदूर के हॉटस्पॉट का इस्तेमाल किया गया उसका नाम बलविंदर बताया गया है। हम गिल के मोबाइल फोन की तलाश कर रही है जिसमें कि इस केस से जुड़े कई अहम सबूत होते हैं।'
क्या है मामला?
दरअसल, एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को 12 अक्तूबर को उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मार दी थी। इस हमले में उनकी जान चली गई। पुलिस ने इस हत्या के मुख्य आरोपी और शूटर शिव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। चार अन्य आरोपी भी पुलिस कस्टडी में हैं। इन लोगों को यूपी एसटीएफ ने पकड़ा था और मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया था। चुनाव के समय हुई इस हत्या की वजह से कई तरह के सवाल भी खड़े हुए हैं जिनके जवाब मिलना अभी बाकी है।
पुलिस ने सलमान वोहरा और आकाशदीप सिंह नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। सलमान वोहरा पर आरोप है कि इस कांड को अंजाम देने के लिए पूरी फंडिंग का इंतजाम उसी ने किया है। लॉरेन्स बिश्नोई गैंग ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। पुलिस के राडार पर पुणे का एक बड़ा नेता और कुछ अन्य लोग भी हैं और इस मामले की जांच अभी जारी है।