बेंगलुरु में होली फेस्टिवल के दौरान नशे में धुत लोगों के एक ग्रुप के बीच लड़ाई में तीन लोगों की मौत हो गई। बिहार के एक ही गांव के छह मजदूरों के बीच बहस तब शुरू हुई जब पार्टी के दौरान एक महिला को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की गई। झगड़े में लकड़ी के डंडे और लोहे की छड़ों से हमला किया गया जिसमें तीन लोग खून से लथपथ हो गए।
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अलग-अलग पाए गए तीन शव
पहला शव अपार्टमेंट के रास्ते से बरामद किया गया, जबकि दूसरा एक कमरे के अंदर और तीसरा अपार्टमेंट के बाहर मिला। दो पीड़ितों की पहचान 22 वर्षीय अनसू और 23 वर्षीय राधे श्याम के रूप में हुई है, जबकि तीसरे पीड़ित की पहचान अभी नहीं हो पाई है। एक घायल व्यक्ति को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है और अन्य दो की तलाश जारी है।
कलर लगाने से मना किया तो कर दी हत्या
ऐसा ही एक मामला राजस्थान के दौसा जिले में हुआ जब होली से पहले रंग लगाने से रोकने पर 25 वर्षीय एक व्यक्ति की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि घटना बुधवार शाम को राल्वास गांव में हुई, जब अशोक, बबलू और कालूराम ने लाइब्रैरी में एग्जाम की तैयारी कर रहे हंसराज पर रंग लगाने पहुंचे।
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लात-धूंसों से पीटा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) दिनेश अग्रवाल ने बताया कि जब हंसराज ने रंग लगाने से इनकार कर दिया, तो तीनों ने उसे लात-घूंसों से पीटा और बेल्ट से पीटा। इसके बाद उनमें से एक ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। गुस्साए परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों ने बाद में हंसराज के शव के साथ प्रदर्शन किया और इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। यह प्रदर्शन गुरुवार रात एक बजे तक जारी रहा।