दिल्ली की एक अदालत ने बाबा चैतन्यानंद सरस्वती को यौन उत्पीड़न के मामले में 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। दिल्ली पुलिस के अनुरोध पर कोर्ट ने यह फैसला सुनाया। दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट रिसर्च के पूर्व चेयरमैन 62 वर्षीय चैतन्यानंद सरस्वती पर कई छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न का आरोप है। अगस्त से फरार चल रहे इस बाबा को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया।
अदालत में सुनवाई के दौरान, अभियोजन पक्ष ने बताया कि सरस्वती ने कई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की और उनसे यौन संबंध बनाने की मांग की। पीड़ित छात्राओं के बयानों में इन आरोपों की पुष्टि हुई है। अभियोजन पक्ष ने कहा, ‘उन्होंने छात्राओं को धमकी दी थी। उनकी निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, कुछ कैमरे बाथरूम में भी लगाए गए थे। लगभग 16 लड़कियों ने शिकायत की है, और कई अन्य आरोपों की जांच होनी बाकी है।’
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5 पेज की FIR
बाबा के वकील ने इसका विरोध करते हुए कहा, 'मुझे मेरे धार्मिक वस्त्र पहनने की अनुमति नहीं दी जा रही। पुलिस हिरासत सिर्फ मुझे परेशान करने के लिए मांगी जा रही है। अगर कोई खतरा है, तो मुझे ज्यूडिशियल हिरासत में रखकर उसका समाधान किया जा सकता है।'
पुलिस ने बाबा के खिलाफ पांच पेज की एफआईआर दर्ज की है, जिसमें 21 साल की एक छात्रा का बयान और 32 अन्य महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप शामिल हैं।
मिले थे फर्जी कार्ड
पुलिस ने उनके पास से दो कार्ड भी बरामद किए हैं। दोनों कार्ड की वजह से वह खुद को विशेष दूत की तरह पेश करते थे और डिप्लोमेटिक सुविधाएं हासिल करते थे। एक कार्ड में उन्होंने अपना परिचय दिया है, उसमें उन्होंने खुद को इंडियन स्पेशल एनवॉय मिशन डी प्रीमियर के कमीशन मेंबर के तौर पर पेश किया है।
एक कार्ड और मिला है, जिसे कथित तौर पर ECOSOC की ओर से जारी किया गया है। यूनाइटेड नेशन का लोगो बना है। कार्ड के नीचे लिखा है, स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती। इस कार्ड में उसे यूएन का परमानेंट एंबेसडर बताया गया है। दिल्ली पुलिस ने चैतन्यानंद को आगरा के एक होटल से गिरफ्तार किया है।
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इस मामले ने तब सुर्खियां बटोरीं जब एक भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन ने एक ईमेल के जरिए इसकी जानकारी दी। ईमेल में बताया गया कि छात्राओं ने उनसे संपर्क किया था, जिसके बाद उन्होंने इस मामले को कॉलेज से जुड़े धार्मिक संगठन, श्री शृंगेरी शारदा पीठम, के सामने उठाया। अधिकारी ने यह भी कहा कि बाबा ने छात्राओं को धमकी भरे और अपमानजनक संदेश भेजे थे।
पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, और बाबा को हिरासत में लेकर और सबूत जुटाने की कोशिश की जा रही है।