कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के सचिव पद का निर्णय हो चुका है। एक बार फिर बीजेपी बनाम बीजेपी की जंग में राजीव प्रताप रूडी ने बाजी मार ली है। रूडी ने पिछले ढाई दशकों से इस पद पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। राजीव रूडी ने 100 वोटों से चुनाव जीतकर अपनी ही पार्टी के पूर्व सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान को हराया है। क्लब के सचिव पर के लिए अब तक तीन बार चुनाव हो चुके है। तीनों ही चुनाव में औसतन सौ के करीब मतदाताओं ने वोट किए थे। इस बार चौथे चुनाव में मामला इतना हाई प्रोफाइल हो गया कि चुनाव में कुल 707 मतदाताओं ने वोट किए हैं। पहली बार इस चुनाव में डाक मत का प्रयोग किया गया था।
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के सचिव पद का चुनाव इतना हाईप्रफाइल था कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिाकर्जुन खरगे, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई बड़ी सियासी हस्तियों ने मतदान किया था। हालांकि, अन्य पदों के लिए मतदान की नौबत नहीं आई थी। इस बार खेल सचिव के पद पर राजीव शुक्ला, संस्कृति सचिव के पद पर तिरुचि शिवा और कोषाध्यक्ष के पद पर जितेंद्र रेड्डी निर्विरोध चुने गए हैं।
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कितने लोगों ने किया था डाक मत का इस्तेमाल?
पहली बार कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के सचिव पद के चुनाव के लिए डाक मत का इस्तेमाल किया गया था। 38 सदस्यों ने मतदान के लिए डाक मत का इस्तेमाल किया था। वहीं, 669 सदस्यों ने मौके पर जा कर वोट दिया था। वोट देने वालों में मोदी सरकार के करीब-करीब सभी मंत्री, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के दिग्गज नेता शामिल थे। गौरतलब है कि इस चुनाव में वर्तमान और पूर्व सांसद ही वोट डाल सकते हैं। इनकी संख्या करीब 1300 है।
एक ही पार्टी के थे दोनों उम्मीदवार
क्लब के सचिव पद के चुनाव में इस बार दोनों उम्मीदवार भारतीय जनता पार्टी के थे। एक ही पार्टी के उम्मीदवार होने से चुनाव और भी ज्यादा दिलचस्प हो गया था। राजीव रूडी के पक्ष में बीजेपी के कुछ सांसदों के साथ कांग्रेस समेत विपक्षी दिग्गज नेताओं ने भी मोर्चा संभाला था। वहीं, बालियान के पक्ष में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे जुटे हुए थे। दुबे को गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। दुब ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में दलालों के कब्जे का आरोप लगा कर सनसनी फैला दी थी। दूसरी ओर, रूडी के पक्ष में उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ नेता ने मोर्चा संभाला और राजपूत लॉबी भी सक्रिय हो गई थी।
1999 से कायम है रूडी
सचिव पद के चुनाव में पहले भी बीजेपी बनाम बीजेपी हो चुका है। साल 2009 में इसी पद के चुनाव में बीजेपी बनाम बीजेपी की जंग हुई थी। तब रूडी के सामने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद थे। तब भी जीत रूडी के हिस्से आई थी। रूडी 1999 में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के पदेन सचिव नियुक्त किए गए थे। चुनाव की प्रक्रिया 2009 से शुरू हुई। वह तब से इस पद पर कायम हैं।
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चुनाव जीतने के बाद क्या बोले रूडी
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया चुनाव जीतने पर भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि मैं 100 से अधिक वोटों से जीता हूं। अगर इसे 1000 मतदाताओं से गुणा किया जाए, तो यह संख्या 1 लाख हो जाता है। यह मेरे पैनल की जीत है। हर किसी ने अपनी पार्टी से उठकर अपना वोट डाला। मेरे पैनल में कांग्रेस, सपा, टीएमसी और निर्दलीय सांसद थे। मुझे पिछले दो दशकों में मेरे प्रयासों का परिणाम मिला है।