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Swipe Culture का Sunset: डेटिंग ऐप्स का क्रेज क्यों खत्म हो रहा है?

अब लोग डेटिंग ऐप्स से थक चुके हैं, यह हम नहीं कह रहे, बल्कि फोर्ब्स की एक स्टडी का दावा है। इसी बीच डेटिंग ऐप बंबल ने भी अपने 30% कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। आखिर वजह क्या है?

Dating app loosing sparks but how

सांकेतिक तस्वीर, Photo Credit: AI/SORA

आजकल प्यार करना आसान नहीं रहा। अगर आप सिंगल हैं और किसी खास इंसान की तलाश में हैं, तो सच कहें तो ऐसे मौके बहुत कम रह गए हैं जहां आप किसी से नेचुरली मिल सकें। डेटिंग ऐप्स ने जरूर बहुत से लोगों को एक-दूसरे से मिलवाया है, खासकर उन लोगों को जो शायद असल जिंदगी में कभी ना मिलते लेकिन अब इन ऐप्स पर लोगों की दिलचस्पी कम होती जा रही है। इतना ज्यादा चॉइस, हर वक्त स्वाइप और ऊपर से असली कनेक्शन की कमी- इन सबसे लोग थक चुके हैं।

 

कोविड के दौरान डेटिंग ऐप्स का खूब इस्तेमाल हुआ, क्योंकि लोग घर में बंद थे और किसी से चैट करना ही एकमात्र तरीका था जुड़ने का। उस वक्त डेटिंग ऐप्स सोशल मीडिया जैसे बन गए थे- टाइम पास, दोस्ती, या किसी से बात करने का जरिया लेकिन अब जब सब कुछ नॉर्मल हो गया है, लोग फिर से असली दुनिया में कनेक्शन ढूंढना चाहते हैं।

 

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क्या कहती है फोर्ब्स की रिपोर्ट?

फोर्ब्स हेल्थ के 2024 के एक सर्वे के मुताबिक, मिलेनियल्स यानी 25-40 की उम्र के लगभग 80% यूजर मानते हैं कि वे डेटिंग ऐप से थक चुके हैं। कुछ को तो ये एक टास्क जैसा लगता है – जैसे कि आप प्यार नहीं ढूंढ रहे, बल्कि किसी ऑनलाइन फॉर्म को भर रहे हों और कई बार लोग बस जवाब ही नहीं देते, या सिर्फ टाइम पास के लिए बात करते हैं।

 

लोग अब असली कनेक्शन चाहते हैं और यही वजह है कि अब लोग नए रास्ते आजमा रहे हैं। दरअसल, अब प्यार वहीं पनप रहा है जहां लोगों के कॉमन इंटरेस्ट मिल रहे हैं। फिर भी, इसका मतलब यह नहीं कि डेटिंग ऐप्स खत्म हो जाएंगे। कई ऐप्स अब कुछ नया ट्राई कर रहे हैं – जैसे कुछ ऐप्स ऐसे हैं जहां दो लोग मिलने से पहले एक-दूसरे से बात तक नहीं कर सकते। कुछ ऐप्स खास ग्रुप्स के लिए बनाए गए हैं, जैसे LGBTQ+ कम्युनिटी या सिंगल पैरेंट्स।

 

अब AI भी डेटिंग में घुस चुका 

भविष्य में शायद ऐसा हो कि आपका AI बॉट किसी और के बॉट से पहले ‘डेट’ पर जाए और फिर आपको सुझाव दे कि मिलना चाहिए या नहीं लेकिन आखिर में बात वहीं आ जाती है– अगर डेटिंग ऐप्स को चलना है, तो उन्हें रिश्तों में इंसानियत और असली एहसास वापस लाना होगा। वरना लोग इनसे दूर होकर असल दुनिया में प्यार ढूंढना शुरू कर देंगे।

 

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क्या कहती है स्टडी?

टिंडर और हिंज जैसे बड़े ऐप्स की मालिक कंपनी Match Group ने पिछले साल बताया था कि 2024 की पहली तिमाही में उनके पेड यूजर्स की संख्या 5 प्रतिशत घट गई है। 2023 की तुलना में अब इन ऐप्स को पैसे देकर इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की गिनती 1.49 करोड़ से घटकर 1.42 करोड़ रह गई है।

 

यूके की Ofcom रिपोर्ट बताती है कि टॉप 10 डेटिंग ऐप्स के यूसेज में भी लगभग 16% की गिरावट देखी गई है। टिंडर से करीब 5.9 लाख, बम्बल से 3.6 लाख और हिंज से 1.3 लाख यूजर निकल चुके हैं। डेटा के मुताबिक, लोग अब इन ऐप्स को कम डाउनलोड कर रहे हैं। 2023 में इनकी ग्लोबल डाउनलोडिंग 23.7 करोड़ रही, जबकि 2020 में ये आंकड़ा 28.7 करोड़ था।

अब 51 मिनट ही टाइम बिता रहे 

फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, लोग अब पहले की तुलना में डेटिंग ऐप्स पर कम टाइम बिता रहे हैं। पहले जहां यूजर एक दिन में करीब 100 मिनट ऐप्स पर बिताते थे, अब ये घटकर औसतन 51 मिनट रह गया है।

 

सबसे पॉपुलर डेटिंग ऐप्स की बात करें तो फोर्ब्स की एक सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि पिछले एक साल में उन्होंने कौन-कौन से डेटिंग ऐप्स इस्तेमाल किए हैं, तो 49% लोगों ने कहा कि उन्होंने Tinder यूज किया। इसके बाद Plenty of Fish और Bumble का नंबर आता है।

किस ऐप को कितना यूज कर रहे लोग?

Tinder – 49%
Plenty of Fish (POF) – 38%
Bumble – 29%
eHarmony – 21%
OkCupid – 17%
Hinge – 17%
Christian Mingle – 15%
Grindr – 13%
HER – 10%
Coffee Meets Bagel – 9%
Raya – 3%

 

इस डेटा से साफ है कि लोग अलग-अलग ऐप्स पर एक्टिव हैं और हर किसी की अपनी पसंद है लेकिन साथ ही, इतना वक्त इन ऐप्स पर बिताने से कई बार लोग थक भी जाते हैं या बोर हो जाते हैं।

 

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बंबल की 30 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी, क्या यही है वजह? 

डेटिंग ऐप बंबल ने कहा है कि वह अपने दुनियाभर के करीब 30 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करेगा। यानी करीब 240 लोग अपनी नौकरी खो देंगे। कंपनी की सीईओ व्हिटनी वोल्फ हर्ड ने कर्मचारियों को भेजे एक नोट में लिखा कि यह कदम जरूरी है क्योंकि डेटिंग इंडस्ट्री अब एक बड़े बदलाव के मोड़ पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि कंपनी को दोबारा से ऐसे ढंग से तैयार करना जरूरी है जो आने वाले समय में टिकाऊ और मजबूत हो।

 

बंबल का यह फैसला उसके कॉम्पटीटर मैच ग्रुप की राह पर है, जिसने पिछले महीने अपने 13 फीसदी कर्मचारियों को निकाला था लेकिन आखिर बंबल को इतनी बड़ी छंटनी क्यों करनी पड़ी? असल में, बंबल की हालत कुछ वक्त से ठीक नहीं चल रही है। 2021 में जब कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी, तब उसका मार्केट वैल्यू करीब 7.7 अरब डॉलर था, जो अब गिरकर केवल 673 मिलियन डॉलर रह गया है।

 

हालांकि कंपनी के ऐप पर 41 लाख पेड यूजर्स हैं और यह आंकड़ा साल दर साल 11% बढ़ा है लेकिन कमाई में सिर्फ 2% की बढ़त हुई और कंपनी को घाटा हुआ। फिर भी, जब छंटनी का ऐलान हुआ, तो बंबल के शेयर 19% तक चढ़ गए। इससे कंपनी को उम्मीद है कि सालाना 40 मिलियन डॉलर यानी करीब 330 करोड़ रुपये की बचत होगी।

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