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जेल से फोन कर सकेगा आतंकी तहव्वुर राणा, कोर्ट से मिली अनुमति

आतंकी तहव्वुर राणा 9 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में रहेगा, लेकिन उसे थोड़ी राहत मिली है। वह फोन पर अपने परिवार के लोगों से बात कर सकेगा। दिल्ली की एक अदालत ने यह अनुमति दी है।

Tahawwur rana.

आतंकी तहव्वुर राणा। ( फाइल फोटो )

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26/11 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने फोन पर बात करने की इजाजत दे दी है। वह एक बार फोन से अपने पारिवारिक सदस्यों से बात कर सकेगा। विशेष न्यायाधीश चंदर जीत सिंह ने कहा कि यह फोन कॉल जेल मैनुअल के तहत होगी। पूरी बातचीत तिहाड़ जेल के अधिकारी के निगरानी में होगी। सोमवार को सुनवाई के वक्त अदालत ने 10 दिनों के भीतर तहव्वुर राणा की स्वास्थ्य रिपोर्ट मांगी है। आतंकी तहव्वुर राणा को नियमित फोन कॉल की अभी अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन अदालत ने जेल अधिकारियों से एक रिपोर्ट में अपना रुख स्पष्ट करने का निर्देश दिया है।

 

तहव्वुर राणा मूलरूप से पाकिस्तान का रहने वाला है। बाद में उसने कनाडा की नागरिकता हासिल कर ली थी। पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई ने डेविड कोलमैन हेडली और तहव्वुर राणा की मदद से मुंबई बम धमाके की साजिश रची थी। 4 अप्रैल को अमेरिका की अदालत से प्रत्यर्पण के खिलाफ दाखिल याचिका खारिज होने के बाद 64 वर्षीय तहव्वुर राणा को भारत लाया गया था। सोमवार यानी 9 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तहव्वुर राणा को अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने राणा की न्यायिक हिरासत को भी 9 जुलाई तक बढ़ा दिया है। 

 

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हेडली के साथ रची थी आतंकी साजिश

26 नवंबर 2008 को अरब सागर के रास्ते 10 पाकिस्तानी आतंकी भारत में घुसे। उन्होंने तीन दिन तक देश की आर्थिक राजधानी में भीषण तबाही मचाई। रेलवे स्टेशन, दो लक्जरी होटलों और एक यहूदी केंद्र पर हुए आतंकी हमले में कुल 166 लोगों की जान गई थी। सुरक्षाबलों ने 9 आतंकियों को ढेर कर दिया था। वहीं आतंकी कसाब को जिंदा पकड़ने में कामयाबी मिली थी। 

 

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आतंकी हमले से पहले भारत आ चुका था राणा

तहव्वुर राणा ने डेविड हेडली, लश्कर-ए-तैयबा और हरकत-उल-जिहादी इस्लामी जैसे संगठनों के साथ मिलकर आतंकी हमले की साजिश रची थी। 2009 में अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियों ने तहव्वुर राणा को गिरफ्तार किया था। लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद राणा को भारत लाया गया। मुंबई हमले से पहले तहव्वुर राणा भारत की यात्रा भी कर चुका था। मुंबई के पवई में वह 11 से 21 नवंबर तक रुका था। भारत से जाने के 5 दिन बाद यानी 26 नवंबर को मुंबई पर बड़ा आतंकी हमला हुआ। 

अमेरिका की जेल में बंद है हेडली

डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी फरवरी महीने में अमेरिका की यात्रा पर पहुंचे थे। पीएम मोदी के सामने ट्रंप ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का एलान किया था। अमेरिका में वह एक डिटेंशन सेंटर में बंद था। आतंकी डेविड हेडली को अभी तक भारत नहीं लाया जा सका है। 2009 में उसे गिरफ्तार किया गया था। उसके पास अमेरिका की नागरिकता है। हेडली की मांग पाकिस्तानी हैं और उसका पिता अमेरिकी नागरिक है। 

 

 


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