दिल्ली में दीवाली पर 600 करोड़ रुपये की शराब बिकी है। आबकारी विभाग ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष शराब बिक्री में 15 फीसद का इजाफा हुआ है। विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक दीवाली के पहले 15 दिनों में शराब की खुदरा बिक्री से 594 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। पिछले साल दीवाली के पखवाड़े में 516 करोड़ रुपये की शराब बिकी थी। इस बार करीब 15 फीसद अधिक बिक्री हुई है।
दिल्ली आबकारी विभाग लोगों को अस्थायी लाइसेंस देने पर विचार कर रहा है। इससे शादी-विवाह और अन्य कार्यक्रम में के लिए थोक में शराब खरीदी जा सकती है। विभाग को उम्मीद है कि नवंबर और दिसंबर में शादी का सीजन होने के कारण शराब बिक्री में बढ़ोतरी होगी।
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पहली छमाही में 12% बढ़ा राजस्व
विभागीय आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की पहली छमाही की तुलना में इस साल राजस्व कलेक्शन में करीब 12 फीसद का इजाफा हुआ है। पिछले साल अप्रैल से सितंबर तक आबकारी राजस्व (वैट सहित) 3,731.79 करोड़ रुपये था। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में यह 4,192.86 करोड़ रुपये हो गया है।
शराब ठेकों को स्टॉक रखने का निर्देश
दिल्ली आबकारी विभाग का लक्ष्य छह हजार करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करने का है। अधिकारियों का मानना है कि त्योहारी सीजन में शराब बिक्री में आई उछाल ने यह लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद जगा दी है। नए साल पर और शराब बिक्री होने की उम्मीद है। इस बीच आबकारी विभाग ने सरकारी निगमों की शराब दुकानों को समय पर ऑर्डर सुनिश्चित करने और स्टॉक तैयार रखने का निर्देश दिया।
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आबकारी अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने बजट में उत्पाद शुल्क के जरिये 7,000 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करने का लक्ष्य रखा था। मगर बाद में इसे 6,000 करोड़ रुपये कर दिया गया। बता दें कि दिल्ली सरकार चार निगमों के माध्यम से पूरे शहर में 700 से ज्यादा शराब ठेकों का संचालन करती है।