दिल्ली-NCR में भीषण गर्मी पड़ रही है। तेज धूप और उमस के कारण लोग घरों से बाहर तक निकल नहीं रहे है लेकिन आने वाले दिनों में कुछ राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, आज यानी 16 मई को दिन में बादल छाए रहने और हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है। हालांकि, इस बूंदाबांदी से गर्मी से पूरी तरह राहत नहीं मिलेगी। आज की तापमान की बात करें तो न्यूनतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास है, जबकि अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। दिन भर तापमान 42-43 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। हवा की स्पीड लगभग 5 से 8 किमी/घंटा है। दिल्ली में एयर क्वालिटी गंभीर बनी हुई है। AQI 401 के स्तर पर है, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है। इससे सांस लेने में तकलीफ और गले में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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गर्मी से बढ़ रही मरीजों की संख्या
बता दें कि दिल्ली-NCR में मौजूदा गर्मी और खराब वायु गुणवत्ता के कारण अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। हाल के दिनों में कई बीमारियों के मामले बढ़े हैं। तापमान 40 डिग्री से ऊपर होने के कारण हीट स्ट्रोक, थकान, मांसपेशियों में ऐंठन, और डिहाइड्रेश के मामले बढ़ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बाहर ज्यादा समय बिताने और पानी कम पीने से ये समस्याएं हो रही हैं। वहीं, AQI के गंभीर स्तरपर होने से सांस की तकलीफ, अस्थमा और गले में जलन के मरीज बढ़ रहे हैं।
खासकर बच्चों और बुजुर्गों में ये समस्याएं ज्यादा देखी जा रही हैं। दिल्ली-NCR में गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि दूषित पानी और खाने से डायरिया और उल्टी के मामले भी बढ़ रहे हैं। हालांकि, सरकार ने पहले ही गर्मी को देखते हुए अस्पतालों में व्यवस्था की है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने हर सरकारी अस्पताल में हीट स्ट्रोक के लिए कम से कम 2 बेड और लोक नायक अस्पताल में 5 बेड रिसर्व करने का निर्देश दिया था।
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मुरादाबाद में भीषण गर्मी से लोग पड़ रहे बीमार
उत्तर प्रदेश के शहर मुरादाबाद में गर्मी का प्रकोप जारी है जिसके कारण जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या अचानक से बढ़ गई है। हाल के दिनों में मरीजों में टाइफाइड, बुखार, दस्त और सर्दी-खांसी बीमारियां बढ़ गई है। खासकार बच्चों में ये बीमारियां बहुत तेजी से फैल रही हैं। सीनियर कंसल्टेंट मेडिकल डॉ. वी सिंह ने कहां, 'गर्मी शुरू हो गई है और इस समय बच्चे टाइफाइड, बुखार, दस्त और सर्दी-खांसी से पीड़ित होते हैं। चूंकि बाहर का खाना मिलावटी होता है, इसलिए हमारा सुझाव है कि इससे बचें क्योंकि कुछ लोग ऐसी चीजें मिला देते हैं जो स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं होतीं। करीब 200 मरीज आ रहे हैं और 25-30 बच्चे भर्ती हो रहे हैं।'
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अस्पताल की स्थिति
जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि एक बेड पर दो मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है। गर्मी से संबंधित बीमारियों के कारण अस्पताल में भीड़ बढ़ रही है और संसाधनों की कमी दिखाई दे रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर स्थिति ऐसी ही रही, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
एसीएमएस जिला अस्पताल मुरादाबाद, डॉ. राजेंद्र ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान कहा, अस्पताल की ओपीडी में हर दिन करीब 2200-2500 मरीज अलग-अलग तरह की बीमारियों के साथ आते हैं। करीब90से 100 मरीज भर्ती भी होते हैं। गर्मी शुरू हो गई है लेकिन अभी तक बहुत ज्यादा असर नहीं हुआ है, इसे मैनेज किया जा सकता है। गर्मी के कारण उल्टी-दस्त के मरीज थोड़े बढ़े हैं। हालांकि, ओपीडी में सभी को देखा जा रहा है।