दिल्ली के रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब 80 हजार बुजुर्गों को प्रतिमाह 2 हजार रुपये की पेंशन दी जाएगी। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। देखा जाए तो अगले साल दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल की इस घोषणा से उन्हें फायदा मिल सकता है।
केजरीवाल ने महाराष्ट्र और झारखंड का चुनावी फॉर्मूला अपनाने की कोशिश की है। बता दें कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत में सबसे बड़ा रोल लाडली बहिन योजना ने निभाई। इस योजना के शुरू होने पर ही सरकार ने दावा किया था कि यह योजना विधानसभा चुनाव में एक ऐतिहासिक जीत बनकर उभरेगी।
केजरीवाल का दांव
केजरीवाल ने कहा कि 60 से 69 साल के रिटायर्ड कर्मचारियों को 2,000 रुपये प्रति महीना और 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को 2500 रुपये प्रति महीना पेंशन दी जा रही है। दिल्ली के पूर्व सीएम ने कहा कि कैबिनेट ने इसे पारित कर दिया है और आदेश भी लागू हो गया है। केजरीवाल के मुताबिक, 10,000 से ज़्यादा नए आवेदन भी आ चुके हैं।
80 हजार वृद्धावस्था पेंशन की शुरुआत
मीडिया से बातचीत के दौरान केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली में 80 हजार वृद्धावस्था पेंशन खोली जा रही है। 2015 में हमारी सरकार बनते ही 3.3 लाख बुजुर्गों को पेंशन मिलती थी। फिर इसे बढ़ाकर 4.50 लाख कर दिया था। अब 80 हजार की और वृद्धि की गई है। कई सालों से बुजुर्गों की पेंशन बंद थी। मैं जहां भी जाता था वहां बुजुर्ग पेंशन शुरू कराने की मांग करते थे।'
भाजपा पर तंज, सिंगल इंजन की सरकार
इस बीच केजरीवाल ने केंद्र पर पक्षपात का आरोप लगाया और कहा कि जहां डबल इंजन की सरकार है, वहां बुजुर्गों को कम पेंशन मिलती है। उन्होंने कहा, 'और अगर दिल्ली में सिंगल इंजन की सरकार है, तो रिटायर कर्मचारियों को 2500 रुपये पेंशन दी जाती है। इसलिए डबल इंजन की सरकार के बजाय सिंगल इंजन को चुनें।' उन्होंने कहा, 'जब मैं जेल गया था, तो वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दी गई थी। यह पाप है। जेल से बाहर आने के बाद पेंशन फिर से शुरू हो गई है।'