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लाड़की बहिन योजना का पैसा क्या वापस लेगी महाराष्ट्र सरकार? जानें मामला

माना जाता है कि लाड़की बहिन योजना की वजह से महाराष्ट्र में महिलाओं ने बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी के गठबंधन 'महायुति' को वोट किया था। महिलाओं का महायुति सरकार लाने में अहम योगदान है।

Ladki Bahin scheme

देवेंद्र फडणवीस। Photo Credit- PTI

महाराष्ट्र में 'लाड़की बहिन योजना' को लेकर विवाद होता नजर आ रहा है। इससे पहले महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने फडणवीस सरकार की लाड़की बहिन योजना के ऊपर खर्च हो रहे पैसों को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे। 

 

दरअसल, महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने उन महिलाओं का पता लगाने का फैसला किया है, जिन्होंने अपात्र होने के बावजूद लाड़की बहिन योजना योजना का लाभ उठाया है।

 

विरोध-प्रदर्शन की चेतावनी

 

राज्य सरकार के इस फैसले के बाद सियासी विवाद हो गया है। शरद पवार की अगुआई वाली एनसीपी ने कहा है कि वह सरकार को उन महिलाओं का अपमान नहीं करने देगी जिन्होंने देवेंद्र फडणवीस को सत्ता में लाने के लिए वोट दिया है। साथ ही पार्टी ने इसके विरोध में विरोध-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। 

 

लाड़की बहन योजना के तहत 21 से 65 साल की उम्र की हर महिला को 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं। योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलता है, जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है।

 

अदिति तटकरे के बयान के बाद बवाल

 

शरद पवार की पार्टी का यह बयान अजीत पवार की अगुवाई वाली एनसीपी नेता और फडणवीस में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे एक बयान के बाद आया है। शनिवार को अदिति ने शिरडी में कहा, 'हम क्रॉस-वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। जो लोग अपात्र हैं और फिर भी योजना का लाभ उठा रहे हैं, उनसे पैसे वापस करने को कहा जाएगा।'

 

मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि सरकार पांच क्षेत्रों में क्रॉस-वेरिफिकेशन करेगी। उन्होंने कहा, '2.50 लाख रुपये तक की वार्षिक आय का मानदंड है। 2.50 लाख रुपये से अधिक वार्षिक आय वाले लोगों की जांच की जा रही है। इसके अलावा, हमें यह भी शिकायतें मिली हैं कि जिन महिलाओं के पास चार पहिया वाहन हैं, उन्होंने भी लाभ उठाया है। फिर ऐसी विवाहित महिलाएं हैं जो महाराष्ट्र से बाहर रहती हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने लाभ उठाया।'

 

डुप्लिकेट आवेदन मिल रहे- अदिति

 

उन्होंने आगे कहा, 'हमें डुप्लिकेट आवेदन भी मिले हैं। इसके अलावा, यह पाया गया है कि कुछ ने दो अलग-अलग सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया है। हालांकि, कुछ अपात्र महिलाएं खुद आगे आई हैं और उन्होंने पैसे लौटाने शुरू कर दिए हैं।'

 

मंत्री ने महिलाओं से अपील की कि अगर उन्होंने अपात्र होने के बावजूद योजना का लाभ उठाया है तो वे आगे आएं और पैसे वापस करें। बता दें कि माना जाता है कि लाड़की बहिन योजना की वजह से महाराष्ट्र में महिलाओं ने बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी को वोट किया।

 

जानबूझकर किया जा रहा महिलाओं को अपमानित 

 

अदिति तटकरे के बयान पर एनसीपी (एसपी) के प्रवक्ता महेश तपासे ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। तापसे ने कहा कि उनकी पार्टी महायुति सरकार को इस तरह से महिलाओं का अपमान करने की अनुमति नहीं देगी। पहले तो सरकार ने बिना किसी जांच के ही पैसे बांटने शुरू कर दिए। यह जानबूझकर और बेशर्मी से महिला लाभार्थियों के वोट पाने के लिए किया गया था। अब जब सरकार महिलाओं का वोट लेकर सत्ता में आ गई है तो महिलाओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। यह अन्याय है और महिलाओं को अपमानित करने का जानबूझकर किया गया प्रयास है। हमारी पार्टी ऐसा नहीं होने देगी। 

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