हरियाणा की जींद जिले के करीब खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसानों ने भूख हड़ताल का ऐलान किया है। किसानों ने आसपास के ग्रामीणों से अपील की है कि वे खाना न भेजें, किसान आज भूखे रहेंगे। भारतीय कुसान यूनियन सिद्धपुर के नेता जगजी सिंह डल्लेवाल की लगातार आमरण अनशन की वजह से सेहत बिगड़ रही है, वे 14 दिनों से आमरण अनशन पर हैं।
हरियाणा पुलिस किसानों को आगे नहीं बढ़ने दे रही है। पुलिस का कहना है कि किसानों के पास धरने की मंजूरी नहीं है, ऐसे में उन्हें जाने नहीं दिया जाएगा। अब वे दिल्ली कूच करेंगे या सीमा पर ही बैठे रहेंगे, यह तय होना बाकी है।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर को अब भी इंतजार है कि मंगलवार को सरकार के प्रतिनिधि उनसे मुलाकात करेंगे। उसके बाद ही रणनीति तय होगी। वहीं किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा है कि धरने पर बैठे किसान न तो खाना खाएंगे, न चूल्हा जलाएंगे।
आमरण अनशन पर पुलिस का रुख क्या है?
DIG मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों के बड़े नेता हैं। उनकी खराब सेहत को लेकर प्रशासनिक अमला चिंतित है। सेहत का खअयाल रखना जरूरी है। उन्होंने कहा है कि आप मांगे उठाइए लेकिन अपनी जान को खतरे में न डालें।

जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, हिलेंगे नहीं किसान
किसान नेता डल्लेवाल ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं, आमरण अनशन खत्म नहीं होगा। शंभू बॉर्डर से पैदल दिल्ली कूच की तैयारी बार-बार बाधित हो रही है। पुलिस उन्हें आगे नहीं बढ़ने दे रही है। किसानों के जत्थे हरियाणा की सीमा में दाखिल नहीं हो पा रही है। किसानों का कहना है कि ऐसा सरकार हस्तक्षेप करे लेकिन अब तक सरकार ने कुछ नहीं कहा है।
खनौरी में बनेगी रणनीति
किसान आगे क्या करेंगे, इसकी रणनीति खनौरी में बनेगी। किसान मंगलवार को जुटेंगे और आगे की रणनीति क्या होगी, इस पर चर्चा करेंगे।
शंभू बॉर्डर पर क्या कर रहे हैं किसान?
शंभू बॉर्डर पर किसान जुटे हैं। वे सड़क साफ कर रहे हैं, बातचीत कर रहे हैं लेकिन आगे नहीं बढ़ रहे हैं। दूसरी तरफ पुलिस की हैवी बैरिकेडिंग है। कांटेदार तार लगाए गए हैं।