पटना से दिल्ली आने वाले लोगों के लिए भारतीय रेलवे खुशखबरी सामने लेकर आया है। दरअसल, पटना-दिल्ली रेल रूट पर यात्रा करने वालों के लिए बड़ा बदलाव होने जा रहा है। रेलवे ने बताया है कि देश की पहली वंदे भारत 'स्लीपर ट्रेन' की शुरुआत बिहार की राजधानी पटना से करने जा रहा है। अब यात्रियों को तेज रफ्तार, आराम और हाई-टेक इंजीनियरिंग सब एक साथ इस ट्रेन में मिलेगी। रेलवे इस यात्रा को तेज और आरामदायक बना रहा है।
पटना-दिल्ली हाई–टेक ट्रेन की खासियत इसकी तेज स्पीड है। इस वंदे भारत की टॉप स्पीड 160 km/h की होगी। ट्रेन की बॉडी, इसके सस्पेंशन और ब्रेकिंग सिस्टम को खास तौर पर तैयार किया है। यह टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस है कि ट्रेन में यात्रियों को बहुत कम झटकों को एहसास होगा। किसी भी इमरजेंसी की स्थिती में ट्रेन का ड्राइवर इसे बहुद कम दूरी में रोक सकता है, जिसके बाद यह दोबारा से रफ्तार पकड़ लेती है।
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ट्रेन में क्या-क्या सुविधाएं होंगी?
पटना-दिल्ली रूट पर चलने वाली इस वंदे भारत में कुल 16 कोच होंगे, जिसमें 827 सीट्स होंगी। हर कोच में यात्रियों को होटल जैसा आराम देने की कोशिश की गई है। यह ट्रेन पूरी तरह से स्लीपर वेरिएंट के साथ आएगी। ट्रेन में केवल तीन तरह के कोच होंगे...
AC3 के 11 कोच (611 सीट)
AC2 के 4 कोच (188 सीट)
AC1 का 1 कोच (24 सीट)
कितना महंगा होगा टिकट?
स्लीपर वंदे भारत में 827 यात्रियों की क्षमता है। इसमें सबसे ज्यादा 11 कोच AC3 के जोड़े गए हैं, ताकि मीडिल क्लास कम पैसों में बेहतर और तेज सफर कर सके। वहीं, चार कोच AC2 के हैं, जिसमें 188 यात्री यात्रा कर सकते हैं। हालांकि, मांग बढ़ने पर रेलवे कोच की संख्या और बढ़ा सकता है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक, स्लीपर वंदे भारत का किराया राजधानी एक्सप्रेस के आसपास रहने की उम्मीद है।
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रेलवे के मुताबिक, स्लीपर वंदे भारत के सभी कोच बेंगलुरु के BEML कारखाने में तैयार हो रहे हैं। 12 दिसंबर को इन बोगियों को दिल्ली–पटना रूट पर ट्रायल रन शुरू करने के लिए भेजा जाएगा। हालांकि, यह ट्रेन कब से चलेगी, फिलहाल इसकी अभी जानकारी सामने नहीं आई है।
हफ्ते में कितने दिन चलेगी ट्रेन?
स्लीपर वंदे भारत को दिल्ली–पटना रूट पर हफ्ते में 6 दिन चलाने की योजना है। यह ट्रेन राजधानी पटना से शाम को चलेगी, जो अगले दिन सुबह दिल्ली छोड़ेगी। इसी तरह से ट्रेन दिल्ली से शाम को चलकर सुबह पटना पहुंचेगी। यानी कि दोनों तरफ से यात्रा रातभर की होगी। शाम को बैठकर सुबह अपने गंतव्य पर पहुंचा जा सकेगा।