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रथ यात्रा में AI का इस्तेमाल! कैसे काम करेगा भगदड़ रोकने वाला सिस्टम?

जगन्नाथ यात्रा 2025 में अहमदाबाद पुलिस भीड़ नियंत्रण के लिए AI सर्विलेंस सिस्टम का उपयोग करेगी, जो पुलिस की 'तीसरी आंख' बनकर खतरे का समय रहते अलर्ट देगा।

AI-powered software to manage Rath Yatra crowd in Ahmedabad police

जगन्नाथ यात्रा पर AI रखेगी नजर, Photo Credit: AI Generated Image

कुंभ मेला, दिल्ली का रेलवे स्टेशन और बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम- ये तीनों जगह हाल के समय में ऐसी भीड़-भाड़ की त्रासदी का गवाह बनीं, जहां भगदड़ मचने से कई लोगों की जान चली गई। इन घटनाओं के बाद की तस्वीरें आज भी रोंगटे खड़े कर देती हैं। जो मौके जश्न और खुशी के थे, वे अचानक मातम में बदल गए, जब लोगों ने भीड़ में अपनों को खो दिया। साल 2025 में अब तक भगदड़ की तीन बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई परिवारों को अपूरणीय क्षति झेलनी पड़ी। ऐसे में सवाल उठता है- क्या ऐसे हादसों को रोका नहीं जा सकता?

 

अहमदाबाद में 27 जून को निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा के दौरान 11 से 15 लाख लोगों के जुटने की संभावना है। इस भारी भीड़ को देखते हुए, अहमदाबाद पुलिस ने सुरक्षा के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा लेने का फैसला किया है। इस बार रथ यात्रा की निगरानी के लिए पुलिस ड्रोन कैमरों और AI (Artificial Intelligence) आधारित भीड़ नियंत्रण प्रणाली का इस्तेमाल करेगी।

 

इसका मकसद है – किसी भी भगदड़ जैसी स्थिति को समय रहते पहचानना और उसे रोकना। असल में, आज की टेक्नोलॉजी इतनी आगे बढ़ चुकी है कि AI जैसे स्मार्ट सिस्टम न केवल भीड़ की गतिविधियों को पहचान सकते हैं, बल्कि खतरे के पहले संकेत मिलने पर अलर्ट भेजकर जानें बचा सकते हैं। AI अब सिर्फ मशीन नहीं, बल्कि भीड़ सुरक्षा में एक भरोसेमंद सहयोगी बन चुका है– जो हजारों-लाखों की भीड़ के बीच हर मूवमेंट पर नजर रख सकता है और पुलिस को समय रहते चेतावनी दे सकता है।

 

 

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हाल की घटनाओं से सबक ले रही अहमदाबाद पुलिस 

अहमदाबाद के एसीपी भरत पटेल ने बताया कि पुलिस ने यह निर्णय हाल ही में बेंगलुरु में हुई एक दुखद घटना को ध्यान में रखते हुए लिया है। वहां भीड़ के कारण मची भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई थी। इसी अनुभव से सबक लेते हुए, अहमदाबाद पुलिस इस बार की रथ यात्रा में AI आधारित निगरानी प्रणाली का सहारा ले रही है।

 

इस साल रथ यात्रा में करीब 14 से 15 लाख लोगों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अब तकनीक को साथ लिया गया है। AI सिस्टम भीड़ के मूवमेंट पर नजर रखेगा, खतरे की स्थिति में पहले से अलर्ट देगा और पुलिस को समय रहते प्रतिक्रिया देने में मदद करेगा। तो ये AI कैसे काम करता है? आइए सरल भाषा में समझते हैं...

 

कैसे काम करेगा ये AI सिस्टम?

  • रथ यात्रा के पूरे रास्ते में CCTV कैमरे और ड्रोन लगाए जाएंगे।
  • इनसे आने वाली लाइव वीडियो फीड पुलिस कंट्रोल रूम तक जाएगी।
  • AI सॉफ्टवेयर उस वीडियो को देखकर यह पहचान लेगा कि कहीं भीड़ ज्यादा तो नहीं हो रही और तुरंत पुलिस को अलर्ट देगा। 
  • AI ये देखता है कि कितने लोग हैं, कितनी तेजी से चल रहे हैं, क्या सब सामान्य चल रहा है या कोई डर या अफरातफरी दिख रही है।
  • इससे पुलिस समय पर जगह पर फोर्स भेज सकेगी और जरूरत पड़ने पर ट्रैफिक का रास्ता बदल सकेगी। 

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कब और कहां से शुरू होगी यात्रा?

रथ यात्रा 27 जून की सुबह 7 बजे शुरू होगी। इसकी शुरुआत 400 साल पुराने भगवान जगन्नाथ मंदिर, जमालपुर से होगी और यह करीब 16 किलोमीटर के रास्ते से गुज़रते हुए रात 8 बजे वापस मंदिर पहुंचेगी। इस दौरान लाखों श्रद्धालु देवताओं की झलक पाने के लिए सड़कों के किनारे खड़े रहते हैं। कुछ रास्ते संवेदनशील इलाकों से भी गुजरते हैं, इसलिए सुरक्षा को लेकर खास सतर्कता बरती जा रही है। 

 

इस दौरान यात्रा में शामिल होंगे:

18 सजे हुए हाथी

100 ट्रक

30 अखाड़े

AI यानी समझदार कंप्यूटर

AI एक ऐसा कंप्यूटर सिस्टम होता है जो खुद से सोचने, समझने और फैसले लेने की ताकत रखता है। जब इसे कैमरे और सेंसर से जोड़ा जाता है, तो ये आंखों की तरह देख सकता है और दिमाग की तरह सोच सकता है।

कब और कैसे देता है चेतावनी?

अगर किसी जगह भीड़ बहुत ज्यादा हो जाती है या अचानक लोग दौड़ने लगते हैं, तो AI तुरंत खतरे को पहचान लेता है। फिर ये पुलिस कंट्रोल रूम को अलर्ट भेज देता है। इसके अलाव नजदीकी पुलिसकर्मियों को मैसेज जाता है। स्पीकर या डिजिटल बोर्ड से लोगों को चेतावनी दी जाती है। इससे पुलिस समय रहते वहां पहुंच जाती है और भीड़ को संभाल लेती है।

 

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मोबाइल और स्क्रीन से लाइव मॉनिटरिंग

AI सिस्टम की मदद से पुलिस अधिकारी मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन पर हर इलाके की भीड़ की लाइव स्थिति देख सकते हैं। इससे उन्हें पता रहता है कि कहां खतरा हो सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर AI से पुलिस को कितना फायदा मिल जाता है? तो बता दें कि इसकी मदद से पुलिस को भगदड़ से पहले ही अलर्ट मिल जाता है। भीड़ को सही दिशा में मोड़ा जा सकता है। पुलिस पहले से तैयार रहती है। जान-माल की हानि से बचा जा सकता है। बड़ा आयोजन भी शांतिपूर्वक निपट जाता है। 

रथ यात्रा में दूसरी बार इस्तेमाल होगा AI

अहमदाबाद पुलिस ने रथ यात्रा जैसे बड़े और धार्मिक आयोजन में यह दूसरी बार AI आधारित स्मार्ट निगरानी प्रणाली का इस्तेमाल किया है। लाखों लोगों की मौजूदगी में भीड़ को काबू में रखने के लिए यह तकनीक काफी मददगार साबित हो रही है। पिछले साल भी इस सिस्टम का इस्तेमाल किया गया था। 

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