हरियाणा के यमुनानगर में हुए डबल मर्डर केस में एसपी ने पूरी पुलिस चौकी को सस्पेंड कर दिया है। गुरुवार को खेड़ी लक्खा इलाके में जिम के बाहर नकाबपोश बदमाशों ने दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में एसपी ने पुलिस चौकी में तैनात 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। पुलिसकर्मियों को उनकी कथित लापरवाही के कारण सस्पेंड किया गया है, क्योंकि वारदात पुलिस चौकी से 100 मीटर की दूरी पर हुई थी।
मंत्री की नाराजगी के बाद एक्शन
इस डबल मर्डर पर हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने नाराजगी जताते हुए सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद एसपी राजीव देसवाल ने पूरी पुलिस चौकी को सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मियों में चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर निर्मल सिंह, ASI जसबीर, ASI सुरेंद्र, ASI सुरेंद्र सिंह, हेड कॉन्स्टेबल कृष्ण, कॉन्स्टेबल गुलाब, रवि और दलबीर शामिल हैं। आरोप है कि गोलीबारी की घटना के बाद भी पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे थे।
मामले में दो आरोपी गिरफ्तार
डबल मर्डर केस में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने चार टीमें बनाई थीं। टीम ने इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी यमुनानगर के रहने वाले हैं। आरोपियों की पहचान अरबाज और सचिन हांडा के रूप में हुई है। दोनों गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया है।
बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
इन हत्याओं की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। फेसबुक पर नोनी राणा नाम के शख्स ने हत्याओं की जिम्मेदारी लेते हुए एक पोस्ट की है। नोनी राणा कथित रूप से लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है।
नोनी राणा ने फेसबुक पर लिखा, 'सभी भाइयों को राम-राम। यमुनानगर में जो हत्याएं हुई हैं, उसकी जिम्मेदारी मैं और मेरे भाई रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ लेते हैं। ये हमारे काम में दखलंदाजी करते थे। मैंने इसको फोन करके समझाया था, पर इसके समझ नहीं आई।' नोनी राणा ने लिखा कि जो कोई भी हमारा दुश्मन है, वो दुनिया के किसी भी कोने में चला जाए, उसे मरना पड़ेगा।
हत्या की वजह क्या?
अब तक हत्या की ठोस वजह सामने नहीं आई है। हालांकि, पुलिस को आशंका है कि शराब कारोबार के चलते हत्या हुई होगी। पुलिस को शक है कि लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर काला राणा और शराब कारोबारी मोनू राणा के बीच गैंगवार की वजह हो सकती है। बताया जा रहा है कि मारे गए वीरेंद्र और पंकज गैंगस्टर काला राणा के करीबी थे।