logo

ट्रेंडिंग:

भारत में इंतजार कर रही एक और महामारी? बिल्लियों में दिखा एक वायरस

भारत में साइंटिस्ट्स को बिल्लियों में बर्ड फ्लू पैथोजन के म्यूटेट करने को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। अगर यह मनुष्यों को संक्रमित कर सका तो महामारी फैल सकती है।

Representational Image । Photo Credit: PTI

प्रतीकात्मक तस्वीर । Photo Credit: PTI

भारत में बिल्लियों में एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस एच5एन1 से संबंधित पहला मामला सामने आया है। मामला मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले का है जहां बिल्लियों में बर्ड फ्लू पैथोजन के म्यूटेट करने  और मनुष्यों को संक्रमित करने को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।


एक साइंटिस्ट के मुताबिक, 'H5N1 एक एवियन वायरस है लेकिन कुछ म्युटेशन इसे स्तनधारियों में भी रेप्लिकेट करने में मदद करते हैं। इसनें चिंताएं इसलिए बढा दी हैं क्योंकि यह महामारी में परिवर्तित होने की ताकत रखता है।'

 

यह भी पढ़ें: यौन उत्पीड़न, ब्लैकमेलिंग और धर्मांतरण! राजस्थान के बवाल की पूरी कहानी

 

कई बिल्लियों की हुई मौत
ICAR-NIHSAD के साइंटिस्ट्स और सरकार के पशुपालन विभाग ने इस जनवरी में छिंदवाड़ा में मामलों को दर्ज किया। यह नागपुर बॉर्डर के करीब है जहां पिछले दिसंबर में तमाम बिल्लियों की मौतें हुईं।

 

ऐसा पाया गया कि सभी बिल्लियों में तेज़ बुखार, भूख न लगना और कमजोरी की शिकायतें देखी गईं और दो तीन दिनों में ही उनकी मौत हो गई। स्टडी में पाया गया कि उनमें 27 म्युटेशन हो चुके हैं। इसके बाद साइंटिस्ट्स ने मुर्गियों, जंगली चिड़ियों और तमाम पालतू जानवरों व मनुष्यों सहित स्तनधारियों नजर रखने को कहा है।

 

'रहना होगा सावधान'

वायरोलॉजिस्ट जैकब जॉन ने कहा, 'हालांकि, मनुष्यों में संक्रमण के बहुत कम संभावना हैं, लेकिन हमें इसको लेकर सावधान रहना चाहिए। ' आगाह करते हुए उन्होंने कहा, 'एच5एन1 मनुष्यों में नया है, हमारे अंदर इसको लेकर रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं है तो जिस तरह से इसमें म्युटेशन हो रहा है अगर वह जारी रहा तो मनुष्यों में फैल सकता है जो कि चिंता का कारण है।'

 

यह भी पढ़ें: वक्फ बिल को मोदी कैबिनेट की मंजूरी, जानें क्या बदल जाएगा?

 

Related Topic:

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap