logo

ट्रेंडिंग:

BluSmart वॉलेट में फंस गया है आपका पैसा? जानिए वापस कैसे मिलेगा

इलेक्ट्रिक कैब सर्विस ब्लूस्मार्ट (BluSmart) की सर्विसेज गुरुवार से बंद हैं। बहुत से यूजर्स का ब्लूस्मार्ट कैब वॉलेट में पड़ा पैसा फंस गया है, इसे लेकर वे काफी परेशान हैं।

BluSmart Cab

ब्लूस्मार्ट कैब; Photo Credit: X Handle/Blusmart

इलेक्ट्रिक कैब सर्विस ब्लूस्मार्ट (BluSmart) ने गुरुवार को अचानक दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और मुंबई में अपनी सर्विस रोक दी। कंपनी की सर्विस रुकने की वजह से यूजर्स काफी परेशान हो गए हैं। ब्लूस्मार्ट कंपनी के बहुत से यूजर्स हैं, जिनका पैसा कंपनी के वॉलेट में फंसा हुआ है। कंपनी की कैब सर्विस बंद होने की वजह से कंपनी का ऐप भी काम नहीं कर रहा है, जिसकी वजह से सारी बुकिंग बंद हो गई हैं। कंपनी के बंद होने से न केवल यूजर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि लाखों कैब ड्राइवर्स की नौकरी भी दांव पर लगी है।

 

ब्लूस्मार्ट के कई ग्राहकों ने सोशल मीडिया पर अपने ब्लूस्मार्ट वॉलेट की तस्वीरें पोस्ट की हैं। उनकी शिकायत है कि ट्रिप बुक नहीं हो पा रही है और वॉलेट में फंसे पैसे भी निकाल नहीं पा रहे हैं। एक कस्टमर ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'ब्लूस्मार्ट में मेरा लगभग 20 हजार का बैलेंस है और मुझे यह ईमेल मिला है कि ब्लूस्मार्ट की सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं।' अब सवाल यह उठता है कि अगर कंपनी की सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं, तो ब्लूस्मार्ट वॉलेट से कैसे पैसे को विड्रॉ किया जा सकता है? 

 

यह भी पढ़ें- 99 पैसे में 21 एकड़: आंध्र ने TCS को इतने सस्ते में क्यों दे दी जमीन?

क्यों हो गईं सेवाएं सस्पेंड?

ब्लूस्मार्ट की शुरुआत साल 2019 में हुई थी। आरोप है कि कंपनी को बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदने के नाम पर  कंपनी फाउंडर्स अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी ने लोन लिया था लेकिन गाड़ियां न खरीदकर इन्होंने लोन के पैसों से अपने शौक पूरे किए। आरोपों के मुताबिक,  जग्गी ब्रदर्स ने मिलकर 262 करोड़ रुपये की हेराफेरी की है। इसे स्टार्टअप सिस्टम का सबसे बड़ा घोटाला माना जा रहा है इसलिए सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने इन पर ऐक्शन लिया है। साथ ही, सेबी ने जग्गी ब्रर्दस की लिस्टेड कंपनी 'जेनसोल' पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जेनसोल, ब्लूस्मार्ट की सहायक कंपनी है। शायद इन्हीं कारणों से कंपनी की सेवाओं पर अनिश्चित समय के लिए रोक लगा दी गई है। 

कंपनी ने दिया अश्वासन

ब्लूस्मार्ट की तरफ से एक ई-मेल आया है, जिसमें  90 दिन के अंदर ग्राहकों को पैसा वापिस देने का आश्वासन दिया गया है। ई-मेल  में कहा गया है कि कंपनी वास्तव में आपके समर्थन की सराहना करती है। कंपनी जल्द ही सेवाएं बहाल करने का प्रयास कर रही है, अगर 90 दिन से पहले सेवाएं बहाल नहीं होती तो कंपनी पैसे वापस करना शुरू कर देगी।

 

यह भी पढ़ें- पंजाब में 14 अटैक का आरोपी, 5 लाख का इनामी हैप्पी पासिया US में अरेस्ट

क्या हैं कंपनी की शर्तें? 

कंपनी के नियमों और शर्तों के मुताबिक,  ब्लूस्मार्ट कंपनी के वॉलेट में रखा पैसा पूरी तरह से वापस नहीं किया जा सकता। रिफंड की स्थिति में ब्लूस्मार्ट ऐप पर किए गए किसी भी लेनदेन के लिए काटी गई धन राशि केवल ब्लू वॉलेट में ही वापस की जाएगी, मूल खाते में नहीं। ब्लूस्मार्ट की साफ-सुथरी शर्तों को देखें तो उसके मुताबिक, यूजर्स के पैसों को मूल खातों में वापस नहीं किया जाएगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मूल खाते में पैसे की वापसी के लिए ब्लूस्मार्ट ऐप कस्टमर सपोर्ट टीम को शिकायत दर्ज करवा सकते हैं और रिफंड मांग सकते हैं।

कैसे पा सकते हैं रिफंड? 

अभी भले ही कंपनी के पॉलिसी में वॉलेट फंड को नॉन रिफंडेबल बताया गया है। हालांकि, इस मामले में एक्सपर्ट्स का कहना है कि डिजिटल वॉलेट, यूजर्स की संपत्ति होती है और इस पर कंपनी मनमाने ढंग से रोक नहीं लगा सकती। इन स्टेप्स को फॉलो करके आप रिफंड पा सकते हैं।

 

  • सबसे पहले ब्लूस्मार्ट ऐप ओपन करके टॉप लेफ्ट कॉर्नर मेनू आईकॉन पर क्लिक करके हेल्प के ऑप्शन को क्लिक करें।
  • अब ब्लू वॉलेट ऑप्शन के विकल्प का चुनाव करें। इसके बाद वॉलेट और रिफंड से जुड़े FAQ दिखने लगेंगे, इसमें 'कनेक्ट विद एजेंट' के ऑप्शन को चुनें।
  • सपोर्ट टीम से संपर्क का ऑप्शन खुलते ही अपने वॉलेट बैलेंस के रिफंड की मांग करें।
  • अगर आपकी रिफंड रिक्वेस्ट अप्रूव हो जाती है तो आपका का पैसा 5 से 7 वर्किंग डेज में आपके मूल अकाउंट में आ जाएंगे।
  • ग्राहकों को अगर पैसा समय पर रिफंड नहीं मिलता है, तो वह आरबीआई से या कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कंज्यूमर कोर्ट में भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
Related Topic:#BluSmart

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap