केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को कहा है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी एकजुटता और शून्य सहिष्णुता (Zero Tolerance) की नीति को वैश्विक मंच पर ले जाएगा। उन्होंने बताया कि सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे। भारत के सभी दल, भारत के राष्ट्रीय एकता और राजनीति से ऊपर उठकर आतंकवाद के खिलाफ साझा संदेश को दोहराएंगे। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे राष्ट्रीय एकता का शक्तिशाली प्रदर्शन करार दिया है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और शांति के मुद्दे पर भारत हमेशा एकजुट है।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने बताया कि शुक्रवार सुबह केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से बातचीत की। किरेन रिजिजू ने पाकिस्तान को आतंक के मुद्दे पर बेनकाब करने के लिए 4 सदस्यीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के नाम मांगे। कांग्रेस ने आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ. सैयद नसीर हुसैन और राजा बरार का नाम भेजा है।
सरकार UNSC के सदस्य देशों समेत प्रमुख साझेदार देशों में इस महीने के अंत में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजेगी। प्रतिनिधिमंडल का काम होगा कि वे भारत के उस संदेश को दुनियाभर में फैलाएं, जिसमें भारत ने साफ कहा है कि आतंक के खिलाफ हमारी नीति जीरो टॉलरेंस की रहेगी।
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संसदीय कार्य मंत्रालय ने शनिवार को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के बारे में कहा है कि आतंक के खिलाफ जंग में भारत की सार्वजनिक सहमति है। आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देश के सभी लोग, एक स्वर में यह बातें कह रहे हैं। भारत का संदेश दुनिया में इसे लेकर साफ है। सरकार ने प्रतिनिधिमंडल के लिए अलग-अलग राजनीतिक दलों के मुखर नेताओं को चुना है।
किन सांसदों को मिली जगह?
- शशि थरूर (कांग्रेस)
- रवि शंकर प्रसाद (बीजेपी)
- संजय कुमार झा (जेडीयू)
- बैजयंत पांडा (बीजेपी)
- कनिमोझी करुणानिधि (डीएमके)
- सुप्रिया सुले (एनसीपी)
- श्रीकांत एकनाथ शिंदे (शिवसेना)
फॉर्मूला क्या है?
4 सत्तारूढ़ दल से चुने गए, 3 विपक्षी दलों से।
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किरेन रिजिजू ने क्या कहा है?
किरेन रिजिजू ने कहा, 'सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में भारत एकजुट है। सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे। वे आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के हमारे साझा संदेश को लेकर जाएंगे। यह राजनीति से ऊपर, मतभेदों से परे राष्ट्रीय एकता का एक शक्तिशाली प्रतिबिंब है।'